एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति
मेदिनी कश्यकम्। अमेय उद्दिष्टः मटे बाक दराराघात उपकारको पिडभेदे नृपालये। काहान्यायालये। राजीचे की विवाद साद का चकलसे लिपुष्टेम्९९ मिष्टावि २५४ २९५ गोजागर पुलिखा कष्टकार के २२०० दिनेश खा नारिकेसफले पारिवा २२८ २९८ माया जसमाविक इसका नफलिका (नवजातजनायाच नागपारिक उद्दिष्ट राजकुर लिपे ॥३०॥ चित्र मेलवि समीतिर शिक] [कधान्य पीनकधान्यये ।। १२१२ व्यवहारिका या लोकया जाय। शतपकियां बचायामपि योपिति ९२२॥