पृष्ठम्:ब्राह्मस्फुटसिद्धान्त भाग १.pdf/४०३

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( १४ ) 3 कल्पगताक्षदिनयुतेः सूर्यायोऽध्दाधियो गताब्दभगणवधः । कल्पाब्दभूतो गरगादिमध्यमः सूर्यभवरणान्ते ॥ ४१ ॥ चैत्रसिताद्यास्तिथयः शुद्धिविहीनाः पुर्यगुणा रुद्रैः । मांशेभ्यो यमनवर ६६२ भ्यो विभक्तभ्यः ॥ ४२ ॥ स्वफलता हतास्त्रिागैः ७९३ फलावमविहीनाः । रविमेवादि घुगणो मुनिहत शेषोदपत्यादिः ॥ ४३ ॥ ४१. (घ) १. सूर्यो (च) fox (सूर्या ) २. योगताब for (पोगताब्द) (ग ) अदभगण ( क ) fer for (धिपोगताब्दभगण ) (ग) ३. गताब्ददिनयुतैः for (गताक्षदिनयुते: ) ( क ) गताब्द for (गताक्ष) ४. हृतो (क) (स) हृतो for (भूतो) ५. भगरणादि (क) (ग) भगणादि for (गणादि) २ (ख) ३. कल्पगताब्ददिनयुतेः for (कल्पगताक्षदिनयुतेः) २. धिपोब्धभगरावधः for (धियोगताब्द भगरावध:: (च) ६. श्रवग्रहचिह्नलुप्त ४२. (घ) १. प्रथगुरगा (च) for (पृथगुणा) (ग) २. गुरिंगते विभक्त भ्यः for (गुणितेभ्यो विभक्त भ्यः) ( क - यहां के मूलपत्र उपलब्ध नहीं हैं) (च) ३. रुद्र for (रु :) ४३. (घ) १ त्रिखगैः for ( त्रिखाग:) (ख) हतास्त्रिाग: for ( हृतास्त्रिखाग :) २. ७०३ (ग) for (७९३) ३. फलाञ्वम for ( फलावम) ४. मेखादि (ग) (च) for (मेषादि ) (ग) ५. स्वच्छेदेन १६०० ( ख ) स्वछेदन for (स्वछैन ) ( क ) ( क -- यहां का मूलपत्र उपलब्ध नहीं है ) (ख) ६. मुनिहत for (मुनिहृत्) (च) १. हृतास्रखगै: for ( हतास्त्रिखा : ) ३ फलाइवनविहीना: for ( फलामवि होना:) ६. मुहृत Tor (मुनिहत्)