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पृष्ठम्:धम्मपद (पाली-संस्कृतम्-हिन्दी).djvu/२०८

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शब्द-सूची = आकिञ्चन–राण, हैप और महसे रहित । अनुसय (=अनुशय )-मराग (=ओगतृष्णा ), अतिष (=शति हिंघ ), टि (=वी धारण ), विचिकित्सा (=सन्देइ ), आन (=अभिमान ), अवरारा, (=समें जन्मनैकी तृष्णा), अविद्या । अरिय (=आर्थ )--स्रोतआषक, सकृदागामी, अगामी, अहंव (शुक)। आमस्सर (आमास्चर )-रूपलोक (=जहाँके आणियोका शरीर प्रकाशमय है )की एक देवताति । आयतन-ऑॉय, कान, नाकजीभ, काया (=ब्रवक् ) और सन । आसन् (=आसव अल )–सान्नव (=ओोगसषधी भल ), भवाभव " (=भिन्न भिन्न छकोंमें जन्म लेनेका काकचरूपी मछ ), याज्ञव (=खी धारणा रूपी भछ ), अविद्यान्नव । उपधि (=पाधि )-कन्ध, काम, यळेश और फर्के। खन्च (=कन्ध )–प (=परसाण और नौक रखनेवाला ,तव ), वैढ़ना, संज्ञा, संस्कार, ( वेदना आदि तीन, रूप और