पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३५२

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शिथि • चतुर्वेदीकोष | ३५६ शिथिल, (त्रि. ) ढीला | कमज़ोर । मन्द' । मूर्ख | धीमा | सुस्त | शिनि, ( पुं. ) सात्यकी का मामा । यदुवंशीय एक क्षत्रिय | शिप्र, ( पुं. ) तालाब । नदी । शिफाकन्द, ( पुं. ) कमल के फूल की जड़ । शिरःफल, ) नारियल । शिरःशूल, (न. ) सिर की पीड़ा | शिरज, (पुं. ) केश। बाल । शिरस्, ( न. ) मत्था । सिर । आगे सिरा। शिरसिरुह, ( पुं. ) बाल | केश | शिरस्क, (न. ) टोपी पगड़ी | मुरेठा | शिरस्त्र, (न.) पगड़ी | मुरेठा | शिरस्य, ) सिर पर उत्पन्न । बाल शिरा, ( स्त्री. ) नाड़ी । शिराल, (त्रि, ) नाड़ी वाला । शिरीष, (पुं.) सिरस का पेड़ | शिरोगृह, (न. ) अटारी | श्रटा | शिरोधरा, (स्त्री.) ग्रीवा | गर्दन । शिरोधि, ( स्त्री. ) ग्रीवा | गर्दन । शिरोमणि, (पुं. ) चूड़ामणि । शिरोरुह, ( पुं. ) केश | बास | ) शिरोवेष्ट, ( पुं. ) पगड़ी | मुरेठा | शिल्, (क्रि. ) एक एक दाना बीनना । शिल, (न.) खेत में बेकाम पड़े अन्न के दानों को बीनना | पत्थर शिलाकुट्टक, (पुं.) बैनी । पत्थर काटने का औज़ार | शिलाजतु, (न. ) उपधातु विशेष । शिला- जीत । शिलाभेद, (पुं. ) सङ्गतराश की बैनी । शिलासार, (न. ) लोहा + शिलि, ( पुं. ) भोजपत्र का पेड़ । दहरी की लकड़ी । शिलिन्द, ( पुं. ) एक प्रकार की मछली । शिव शिली, ( स्री. ) दहरी के नीचे की लकड़ी । एक प्रकार का कीट खम्भे का ऊपरी भाग तीर मादा मेंडक | शिलीन्ध, ( न. केले का फूल । एक प्रकार की मछली । वृक्ष विशेष । श्रोला । शिलीमुख, (पुं ) मधुमक्षिका । तीर । ॥ युद्ध । मूर्ख । शिलोञ्चय, (पुं.) पर्वत । शिलोञ्छ, (पुं. ) खेत में पड़े हुए अनाज के दानों को बीनना | शिल्प, ( न. ) कारीगरी । श्रुवा । आकार । सृष्टि । शिल्पकारिन्, (त्रि. ) कारीगर | शिल्पशाला, ( स्त्री. ) कारीगरी का घर । शिल्पशास्त्र, ( न. ) शिल्प सिखाने वाला शास्त्र या विद्या | शिल्पिन्, (त्रि. ) कारीगर । शिव, (न.) मङ्गल । जल सेंधानोंन । सुहागा । ( पुं. ) महादेव । मोक्ष । गुग्गल । वेद । पुण्डरीक का पेड़ । काला धतूरा पारा देवता। लिङ्ग । एक शुभ योग | वेद । पारा । शिवक, (पुं. ) एक कील । शिवचतुर्दशी, ( स्त्री. ) फाल्गुन कृष्ण १४ शी । शिवदूती, ( स्त्री. ) दुर्गा की मूर्ति विशेष । शिवद्रुम, ( पुं. ) शिवजी का प्यारा वृक्ष | शिवधातु, ( पुं. ) पारा शिवपुरी, ( स्त्री. ) शिवजी की नगरी । उज्जैन और काशी प्रसिद्ध हैं । शिवरात्रि, ( स्त्री. ) शिवजी की उपासना के लिये रात्रि विशेष कृष्ण पक्ष को चतुर्दशी । शिवलिङ्ग, ( न. ) शिव का श्राकार | शिवलोक, (पुं. ) कैलास । शिववाहन, (न. ) वृषभ | बैल |