पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३३९

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चेक. चतुर्वेदीकोष । ३४३ • वैकक्ष, ( न. ) हार विशेष । चैकङ्कत, (पुं. ) वृक्ष विशेष । वैकल्पिक, ( त्रि. ) दो में से एक । वैकल्य, (न.) घबराहट चैकुण्ठ, ( पुं. ) विष्णु | गरुड़ । इन्द्र । वैकृत, (न. ) विकार | परिवर्तन | वैखरी, (स्त्री.) कण्ठ्य आदि अक्षरों से बना शब्द विशेष | वैखानस, (पुं. ) वानप्रस्थ । · वैगुण्य, ( न. ) बिगाड़ना । अन्याय । अपूर्णता । वैचित्र्य, ( न..) विलक्षणता । वैजयन्त, (पुं. ) इन्द्र प्रासाद | दैत्य विशेष | पताका । वैजिक, ( न. ) सुहांजन का तेल । कारण । ( त्रि. ) बीज सम्बन्धी | वैज्ञानिक, ( पुं. ) निपुण । विशेष ज्ञानी । विज्ञान वेत्ता । वैड लव्रत, (न.) दम्भ युक्त व्रत | कपटाचार | वैणव, (न. ) बाँस का फल । ( त्रि. ) बाँस सम्बन्धी | वैणविक, (त्रि. ) वंशी बजाने वाला । वैणिक, (त्रि. ) बीन बजाने वाला । वैण्य, } (पुं.) राजा पृथु । "वैतंसिक, (त्रि. ) व्याधा। शिकारी । वैतनिक, (त्रि.) वेतन लेकर काम करने वाला । वैतरिणी, ( वैतरिणि, के समीप की एक नदी । वैतानिक, ( पुं. ) वेद विधि के अनुसार अग्नि स्थापन | वैतालिक, (त्रि. ) भाट । वन्दी | वैतालीय, ( पुं. ) छन्द विशेष । वैदग्ध, (न. स्त्री. ) चातुर्य । चैदर्भ, ( पुं. ) विदर्भ देश का राजा भीष्मक, जिसकी कन्या रुक्मिणी थी औौर पुरंजनी नादि । वैर वैदर्भी, ( स्त्री. ) रचना विशेष । रुक्मिणी । दमयन्ती । पुरंजनी । वैदिक, (पुं. ) वेदज्ञ ब्राह्मण वैदुष्य, ( न. ) पाण्डित्य । वैदूर्य्य, ( न. ) मणि विशेष । वैदेह, (पुं.) बनियां | शूद्र पुरुष और वैश्य • स्त्री से उत्पन्न जाति विशेष । राजा जनक वैदेही, ( स्त्री. ) • सीता | राम पत्नी | हल्दी । मद्य बनीनी । वैद्य, ( पुं. ) चिकित्सक वैद्यक, (न. ) चिकित्सा ग्रन्थ'। या शास्त्र । वैध, (त्रि.) विधान किया हुआ । वैधात्र, (पुं. ) सनत्कुमार आदि मुनि विशेष । वैधृति, ( पुं. ) धैर्य रहित । योग विशेष । वैधेय, (त्रि. ) मूर्ख | वैधर्म्म, (न. ) विरुद्ध धर्म | विरुद्ध लक्षण | वैधव्य, (न. ) रएडापा । वैनतेय, ( पुं॰ ) गरुड़ । अरुण वैनायक, (त्रि.) शास्त्र ज्ञान से नम्रीभूत | वैनाशिक, (पुं. ) बौद्धों का शाख । ( त्रि. ) बौद्धों के शास्त्र को जानने वाला । वैपरीत्य, ( न. ) उलटापन । वैभव, (न.) विभूति । ऐश्वर्य्य । वैभ्राज, (न..) देवताओं का उपवन । वैमुख्य, ( न. ) विमुखता । वैमात्र, ( पुं. ) सौतेली वैयाकरण, (त्रि. ) व्याकरण जानने वाला वैयाघ्र, (पुं.) भेड़िये की खाल से ढकी गाड़ी । की सन्तान । वैयाघ्रपद्य, (पुं. ) गोत्र के चलाने वाले एक मुनि | वैयात्य, (न. ) निर्लज्जता । वैयासिक, ( पुं. ) शुकदेव वैर, (न. ) विरोध | वैरकर, (त्रि. ) विरोधी । वैरक्लय, ( न. ) विराग | वैरनिर्यातन, ( न. ) प्रतीकार |