पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/१४८

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ख्यांप चतुर्वेदीकोष | १४८ व्यापक, (त्रि. ) प्रकाश करने वाला । प्रसिद्ध करने वाला ग ग, (त्रि. ) तीसरा व्यञ्जन कबर्ग का तीसरा अक्षर यह केवल समास में पीछे आता है। जो, जाता है। जाने वाला हिलना । होना ठहरना। रहना । गन्धर्व | गणपति का नाम । छन्दशास्र में गुरु अक्षर के लिये चिह्न 1 ( पुं. ) गीत | गगन, (न. ) आकाश | शून्य | स्वर्ग | गगनध्वज, ( पुं. ) मेघ । सूर्य । गगनेचर, (पुं. ) सूर्य्यादि ग्रह नक्षत्र तारा । पक्षी । देवता । राशिचक्र | गग्ध, (क्रि. ) हँसना | चिढ़ाना | गङ्गा, ( स्त्री. ) जाह्नवी | त्रिपथगा। भागीरथी दुर्गा देवी । गङ्गाज, ( पुं. ) गङ्गा का पुत्र । भीष्म । कार्तिकेय | गङ्गाधर, (पुं. ) शिव । समुद्र | गङ्गापुत्र, ( पुं. ) भीष्म | कार्तिकेय | दोगला | वर्णसङ्कर । घाटिया | गङ्गासागर, (पुं. ) वह पवित्र तीर्थस्थान जहाँ पर गङ्गा सागर में मिलती है । गङ्गोल, (पुं.) रत्नविशेष | गोमेद । गच्छ, (पुं.) वृक्ष | पेड़ । गणित में श्रङ्क- भेद । गजू, (क्रि. ) मद से शब्द करना । मस्त होना । दहड़ना । गरजना | गज, (पुं.) हाथी गिनतीविशेष | श्राठ | मनुष्य के ३० अङ्गल तक का परिमाण । एक दैत्य जो महादेव द्वारा मारा गया था। गजकूर्माशिन्, (पुं.) गरुड़ का नाम । गजगामिनी, ( स्त्री. ) गज के समान भूम कर चलने वाली स्त्री | गजच्छाया (सी.) श्राद्ध करने का समय विशेष सूर्यग्रहण का समय। कुत्रर के C गा. A श्राद्धपक्ष में हस्त नक्षत्र लग जाने के बाद का समय । सैहिकेयो यदा भानुं ग्रसते पर्वसन्धिषु | गजच्छाया तु सा प्रोक्का श्राद्धं तत्र प्रकल्पयेत् ॥ गजता, ( स्त्री. ) हाथियों का समूह | हाथी- पन | मस्ती | गजदन्त, (पुं. ) हाथीदाँत गणेश जी का नाम । गजपुट, ( पुं. ) हाथ भर का गढ़ा । गजप्रिया, ( स्त्री. ) शल्लकी नामक वृक्ष । गजबन्धिनी, (स्त्री.) हाथी बाँधने का घर गजाजीव, (पुं.) महावत । हाथी पालने वाला । हस्तिपालक | गजारि, (पुं. ) सिंह गजानन, (पुं. ) गणेश जी का नाम । गजाह्वय, हस्तिनापुर का नाम । गञ्ज, (पुं. ) भाण्डागार । कान। गोशाला : नीचों का घर । मदिरापात्र । कलारी | ( स्त्री. ) दूकान | हाट मराडी । बाजार । गड्, (कि. ) सींचना । बाहिर निकालना | रस निकालना । गड, (पुं.) मछलीविशेष | विघ्न | अट- काव । खाँई। व्यवधान अन्तर बीच में पड़ गया देशभेद । गड़ि, (पुं.) बच्छा | कामचोर | बैल गडु, (पुं.) मांसवर्द्धक रोग । गलगण्ड | कुबड़ा । बचीं। गडुरि-लि-का, ( स्त्री. ) भेड़ों की पंक्ति | गण, (क्रि.) गिनना गण, ( पुं. ) शिव जी का अनुचर | संख्या | गिनती | सैन्यसंख्याविशेष जिसमें १३२ पैदल, ८२ घोड़े, २७ रथ और २७ . हाथी होते हैं। धातुओं का समूह | तारा | छन्दोग्रन्थ का शब्दविशेष । गणेश जी का नाम । गणक, (पुं. ) दैवज्ञ । ज्योतिषी । गिनने वाला ।