अभङ्गपद्यम् ०७
दिखावट
मराठी(मूलम्) | संस्कृतम् |
---|---|
७ पर्वताप्रमाणे पातक करणे। |
७ अभक्ता: शैलतुल्यानि पापानि कुर्वते तथा। |
हरिपाठ: ज्ञानेश्वरकृत: मराठी-संस्कृतभाषाभ्याम्
मराठी(मूलम्) | संस्कृतम् |
---|---|
७ पर्वताप्रमाणे पातक करणे। |
७ अभक्ता: शैलतुल्यानि पापानि कुर्वते तथा। |
हरिपाठ: ज्ञानेश्वरकृत: मराठी-संस्कृतभाषाभ्याम्