7.15G 17 ] नद्विवार्थं हि नैपादिरसष्टेन वियोजितः । द्रोणेनाचार्यकं कृत्वा छद्मना सत्यविक्रमः ॥ १७ स तु बढाइलिनाणो नैषादिईदविक्रमः । अस्यन्नेको चनचरो बभौं राम इापरः ॥ १८ एकलव्यं हि साङ्गुष्टमशक्ता देवदानवाः । सराक्षसोरगाः पार्थ पिजेतुं युधि कर्हेिचित् ॥ १९ किमु मानुपमात्रेण शक्यः स्यात्प्रतिवीक्षितम् । दृढसृष्टिः कृती नित्यमस्यमानो दिवानिशम् ।। २० त्वद्विवार्थ तु स मया इतः संग्राममूर्धनि । महाभारते Drसेंद्राग्दे शेर ( lor ( for न ४ ) [da Ra सत्ता (for इन्तु ) चाजणे हतु 4 61 Ks नेतुं In पार ) & K (Kamussing ) धनुषय, Ra250 महो चम (for "चम) शको रमोत्तम Dr 8 शक पुरुषसत्तम, G० अपि Msशखाइवि नरोत्तम DesTiss टु (for दि) - 18 (404 00195120g) अष्टाम्या ( Lor ऐन) - 1) 5 (hefore corr ) मधुसूदन, Bi ( by eatr }+ B1D1 सत्यविश्म 17 #K4Du Da fa 18 Ga om (hspl 31806 -") Duz Ds 118 { Goom Ga meng) दि (for तु ) g) भासीद् ( for अस्सन्) 31s एके ( for एको) Dn Das घरी Gमाति (for बमो) 03 8 ( Ga KsD नैको Dea अविमानी वन 19 5 ) BiD4411 (for ) ) 5a Ks कशन, Ks1 D1 केवल Rs कैन थ ( for कई चित्) BIL 20 J Ds किं नु (for किए ) Di मात्रो (uc ), गायेण (for "मात्रेण ) 3aK12 सद शक्य } Dns सं ( for स्यात् ) -} Dssपमानो ( for अस्य ) DI इयं ( for शरुपमरविवीशियु 21 } Ba Ds for लदू } 6s Ds Ma] हि Dislacana Dag Maa { lor सु} समा] ([alc) Ds च मया, TGas समरे (for स हवा ) 18150 समर (tor संपाम ) -*) D! चेदिराज्य (de) (for "शहर ) Dor Dis Do (for) 22 31s transp 2zel and 2208 G1 311-0 repeat 24 aller 1331+ 31ss afler 2241 ) is Dins [ द्रोणवधप चेदिराजश्च विक्रान्तः प्रत्यक्षं निवस्तर ॥ २१ स चाप्यशक्थः संग्रामे जेतुं सर्वैः सुरासुरैः । वधार्थं तस्य जावोऽहमन्येषां च सुरद्विपाम् ।। २२ त्वत्सहायो नव्याघ्र लोकानां हितकाम्यया । हिडिम्बबककिमरा भीमसेनेन पातिताः । । रावणेन समप्राणा ब्रह्मयज्ञविनाशनाः ॥ २३ इतस्तथैव मायावी हैडिम्वेनाप्यलायुधः 1 हैडिम्बथाप्युपायेन शक्त्या कर्णेन घातिक || २४ यदि ह्येनं नाहनिष्यत्कर्णः शक्त्या महामृधे । 1 शक्य, Ki : D1+ both times) दान, [भशस Gilass ( all Bisf both tumes ) शक्ति ( For [भ]शक्य ) – 5 ) Ka स ( for सर्वे ) D1 जेतु ससुरासुर, 0121 (all both tumes) जेतुं सर्पान्सु ( A11 "कंतु आानपि - Ailer 2248, Ga Mans 1251* ग्रमेन्द्रसिद्धगन्धर्नान्यसुरुवान्मस्तान् स हि जातानुर्वातजाम्यूमदतन । अमेय सर्वभूताना जपेदपि दिवौकस | ( (T 1 ) G] रामेद्र ( for मेद्र ) - ( L 3 7 Ms अनस्य (for अन्य ) ] - After the second occurrenge of ges, Ms-s rend 230s for the first time, repeating it in ils proper place Di, Galsepna ( for) [902] Dea Dua 23 For the repetition of 2346on 358-1, f71 22 - * } S (GsMEsswog las [ all both tases ]} स्वद्वितायें [For स्वरसहायो) 43 Ms-0 (all fiest tuse) शिशुपाले मया इव -> Ka Dns हैडिंब, Doहिद D+ हिडबि (for हिडिम्ब ) & K3-1 किदी, Dur किमग II किर्मारा D कमर Do निर्मिरा x कम्मीत TG1 किमीरा, G1 Ma मीरा Ms मीरा (for किमीत ) -13 Bu Dus Dr ( [marg as in text ) घाटिता { for पाठिया) - Ds ow ( hapl 3284-274 De om [ hapl } 23°244 - Dha यशवहर (for ) 51 विनाशकानू 31. tret (for गया ) 24 Droom 24 (cfv 1 23 ) & K {hap1191ng ) Wom 2gnd - Dल इंडबर, Do1 D De इंटेमिना (for दैरिस्मेम) Ds (for [M]- प्प) – Dev Daa In है पई D1 वियर (lar eft } D= प्युन Ders (Dr Da
पृष्ठम्:Rig Veda, Sanskrit, vol8.djvu/६५५
दिखावट