( ९७१ इन् १० गुणा करना जरब देना। 19 जाना ( इस अर्थ में बहुत ही विरल प्रयोग होता है ) | इन् ( वि० ) हनन करने वाला वध करने वाला। नाश करने वाला। इनः ( पु० ) वध | नाश हत्या | हननं ( म० ) १ नाशन इत्या २ चोटिल करना । ३ गुणा । हनु हनू) ( पु० श्री० ) ठोड़ी डड्डुरे । हनु ( स्त्री० ) १ जीवन के लिये अनिष्ट करने वाला। २ हथियार ३ रोग बीमारी । ४ मृत्यु | ओषधि विशेष ६ वेश्या रंडीग्रहः ( पु० ) बंद जावड़ा - मूलं. ( न० ) जावड़े की जड़ हनुमत ) ( पु० ) सुप्रीवसचिव एवं श्रीरामदूत हनुमत् | हनुमान जी हंत ) ( अव्यया० ) १ हर्ष, आश्चर्य व्यस्तता । हन्त ऽ सूचक अन्यय । २ दयालुता । रहम 12 दुःख | शोक | ४ सौभाग्य । आशीर्वाद उद्दीपक था उसेजक अभ्यय विशेष कारः, ( पु० ) १ छत का चीत्कार २ अतिथि केर भेंट में दिया जाने वाला नैवेद्य इंतु (वि० ) ) [ स्त्री० हंत्री] मारने वाला। हन्तु ( वि० ) वध करने वाला । २ हटाने वाला । नाश करने वाला बदला लेने वाला । ( पु० ) १ वध करने चाला। इस्या करने वाला | २ चोर डाँकू । हम् (अन्यमा० ) 1 क्रोध २ शिष्टता या सम्मान सूचक धन्यय | हुंचा हम्बा हंभा हम्मा (स्त्री०) पीछे का रँभाना रतः, (पु० ) पैौदे का रौंभना । इयू (धा०प० ) [ इयति, हयित ] 1 जाना । २ पूजा करना। ध्वनि करना ४ थक जाना। हयः (५०) घोड़ा २ मानव जाति विशेष का मनुष्य ३ सात की संख्या ४ इन्द्र का नामान्तर ) हरा I -अध्यक्षः, (पु० ) घुड़साल का दारोगा 1-- आयुर्वेदः, (५०) सालिहोत्र विद्या । थारुढः, ( go ) घुड़सावार /- मारोह ( पु० ) १ घुड़सवार घोड़े पर सवार होने की क्रिया - इट: ( पु० ) जवा यव उत्तमः, ( पु० ) उत्तम घोड़ा-कोविद, (वि० ) घोड़ों के पालने, उनको सिखलाने आदि की विधा में निपुण ज्ञः ( पु० ) घोड़ों का सौदागर | साईस 1-द्विषत् (पु० ) मँसा (प्रियः, ( पु० ) यवा | जौ - प्रिया (स्त्री० ) खजूर का पेड़ (-मारणः, (पु० ) वटवृधः ( go ) अश्वमेध यज्ञ 1-वाहनः, ( पु० ) कुबेर का नामान्तर शाला ( खी० ) घोड़े का अस्तवल 1-शास्त्रं ( न० ) साजोभ विज्ञान संग्रहणं, ( म० ) घोड़े को शिक्षित करने की किया। इयंकपः ( पु० ) सारथी। रथवान। हथी (स्त्री० ) घोड़ी | 1- हरने वाला। हर (वि० ) [ श्री० – इरा, हरी ] ले जाने वाला दूर करने वाला हराने वाला। [ यथा खेद्द्दर ] २ लाने वाला ढोने वाला। ले जाने वाला है ग्रहण करना। पकड़ना चाक- र्षक मोहक ५ ( पाने का ) अधिकारी | ६ घेरने या रोकने वाला ( किसी मकान या स्थान केर) ६ विभाजक गौरो, (श्री०) अर्धनारी नटे- श्वर शिव चूड़ामणिः, ( पु० ) शिव जी की कलगी का रहन चन्द्रमा |~ तेजस्, ( म० ) पारा पारद। -- नेत्रे. (न० ) १ शिव का ने २ सीन की संख्या । -बीजं, (न० ) शिव का बीज | पारा -शेखरा ( बी० ) शिव की कैलगी। गंगा-सुनुः, ( पु० ) स्कन्द | हरः ( पु० ) १ शिव | २ अग्नि का नाम । ३ गधा। ४ विभाजक | २ मिन का भाजक हरकः ( पु० ) 1 चोर चुराने वाला २ तुष्ट | गुंडा भाग देने वाला। 1 हरणं ( न० ) १ एफड़ना । २ लेजाना । इटाना | ३ वंचित करना। नाश करना। चुराना
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