सामग्री पर जाएँ

पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९४१

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

सूक्ष्म ( ३३५ चित 1 राक्षस | शैतान | १० कुत्ता | ११ काक | कौआ | १२ विल्ली । १३ एक प्रकार का महीन चावल | -- वाक्पं, ( न० ) मुखबिर की की हुई मुखबिरी । काठ की पतलो पटरी या तख्ता । -देहः, ( पु० ) -शरीरं, ( न० ) लिंगशरीर । पाँच प्राण, पाँच ज्ञानेन्द्रियां, पाँच सूक्ष्म भूत, मन और बुद्धि इन सत्रह तत्वों का समूह | - पत्रः, ( पु० ) १ १ धनिया | धन्याक | २ कालीजीरक | वनजीरक || सुचनं ( न० ) ) १ छेदने या सुराख करने की ३ लाल ऊख | ४ कीकर | बबूल | देवसर्पप || सूचना (स्त्री० ) ) किया | २ सूचना देना | बत- } -पर्णी, ( स्त्री० ) रामतुलसी । रामदूती । - लाना। ३ भेद खोल देना। किसी गोप्य बात को पिप्पली (स्त्री० ) जंगली पीपल । वन पिप्पली प्रकट कर देना । ४ हावभाव | ५ सङ्केत । इशारा- -बुद्धि, (वि० ) तेज़ बुद्धि वाला। -मत्तिकं, बाजी । ६ इत्तिला | ७ शिक्षण | वर्णन | ८ ( न० ) - मत्तिका, (स्त्री० ) मच्छह मशक भेदिया का काम करना पता लगाना ६ दुष्टता | डाँस 1-मानं, ( न० ) ठीक ठीक नाप- सूचा (स्त्री०) १ भेदन | २ हावभाव | ३ अवलोकन । शर्करा, ( स्त्री० ) बालू । बालुका / – शालिः | सुचिः ? (स्त्री० ) १ छेदन | भेद २ भुई। ( पु० ) सोरों जाति का चाँवल । - पट्चरण: ( पु० ) एक प्रकार का सूक्ष्म कीड़ा जो पलकों की जड़ में रहता है। सूची । ३ नुकीली नोंक | ४ किसी वस्तु की नोंक | २ कील की नोंक । ६ सैन्यज्यूह | सूक्ष्माग्र चतु- रस सूच्यम वनक्षेत्र | ७ हावभाव द्वारा कोई बात प्रदर्शित करना । इशारेयाज़ो। सैनामानी। ८ नृत्य वशेष ६ नाटकीय हावभाव । १० तालिका | फेहरिस्त | ११ विषयानुक्रमणिका किसी ग्रन्थ के विषयों की तालिका | प्र, (वि०) सुई की तरह पैनी नोंक का।– ( न० ) सुई की नोंक -स्यः, ( पु० ) चूहा - पत्रकं, ( न० ) सूचीपत्र | तालिका: फहरिस्त 1- पत्रकः, ( पु०) एक प्रकार की रूखरी । पुष्प (पु० ) केशक वृष 1-मुख, ( वि० ) वह जिसका मुख सुई जैसा हो । नुकीली चोंच वाला । २ नुकीला /- मुखः, (पु० ) १ चिड़िया | २ सफेद कुश | ३ हस्तमुद्राविशेष । मुखं, (न० ) हीरा /- रोमन्. ( पु० ) शूकर-चदन, ( वि० ) सुई जैसा चेहरे वाला। नुकीली चोंच वाला। वदनः, ( पु० ) १ मच्छड़ । डाँस । २ न्योता - शालिः, ( पु० ) महीन जाति का चावल विशेष | सूचिकः ( पु० ) दर्जी । सूक्ष्मं ( न० ) : सर्वव्यापी आत्मा परमात्मा पर ब्रह्म । २ सूचमता ३ योग द्वारा प्राप्त योगियों की तीन शक्तियों में से एक । ४ शिल्पकौशल । १ धूर्तता । कपट | फरेब | ६ महीन डोरा । ७ एक काव्यालंकार जिसमें चिर वृत्ति को सूक्ष्म चेष्टा से लक्षित कराने का वर्णन होता है । सूक्ष्मः ( पु० ) १ अग्णु | परमाणु । २ केतक वृत्त । ३ शिव का नाम । सूच ( भा० उ० ) [ सूचयति-सूचयते, सूचित) १ छेदना | २ बतलाना। दिखलाना | ३ ( किसी छिपी बात या वस्तु को ) प्रकट कर डालना | ४ हावभाव प्रदर्शित करना २ जासूसी करना। खोज निकालना । सूनः ( पु० ) कुशा की पैनी या नुकीली नोंक । सूचक (वि० ) [ स्त्री० - सुचिका ] १ बतलाने वाला सिद्ध करने वाला दिखलाने वाला । २ मुखबिर । सूचकः ( पु० ) १ छेदने वाला | २ सुई | ३ मुख- बिर खबर देने वाला जासूस भेदिया । ४ वर्णन करने वाला । शिक्षक । ५ किसी नाटक मण्डली का व्यवस्थापक या मुख्य या प्रधान नट। ६ बुधदेव | ७ सिद्ध । ८ दुष्ट | गुडा | हदैस्य | ) सूचिका ( स्त्री० ) १ सुई । २ हाथी की सूँद । - धरः, ( पु० ) हाथी | गज । – मुखं, ( न० ) शंख । सूचित ( व० कृ० ) १ विदा हुआ | छेदा हुआ | छेद किया हुआ। २ दिखलाया हुआ । बतलाया