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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९०९

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संप्यूर्ट ) सम्भवृष्टं ( न० ) अच्छी वर्मा । सप्रवृध सम्प्रवेश 1 ६० > सभग्न, सम्भग्न B एन्द्रजालिक | मदारी में लंपर हर | ४ मैथुन संबंध: ) ( पु० ) 1 संयोग मेल संगति कराने वाला लांडा | 1 S

सम्बन्धः रिश्ता

फारक विशेष : ४ रिश्तेदारी | ३ वैवाहिक सम्बन्ध ! ६ चौचित्य उपयुक्तता समृद्धि | सफाय संप्रश्नः ) ( ५० ) 1 भली भाँति या शिवापूर्व संबंधक ) ( वि० ) सम्बन्ध करने का २ सम्मनः ) अनुसन्धान सरगोन अनुसन्धान उपयुक्त संप्रसाद] ( ० ) १ सन्तोष ! ● समाप्रसादन २ अनुग्रह | कृपा ३ म । सुधिरता ४ विज्ञान : मोला | ५ धैर्य | जीत्र आत्मा संप्रसाद ) ( न०) लशः य् थ् र् और का सम्बनारसंइट और में परिवर्तग " संप्रहारः ) ( पु०) १ पारस्परिक वाइन युद्ध सम्प्रहारः ) सुभेद संप्रातिः सम्माप्तिः } { स्नी · ) शाति : उपलब्धि संग्रीनिः । ( खी०] ): लगाव | स्ने | २ मैत्री | ३ सम्मीदिः ) हर्प असता मेच ( ( न० ) १ देखना अवलोकन । चित सक्षणंचन | २ अनुसन्धान | विचार | ● 1-5 संप्रेषः ) ( दु० ) १ भेजना | विद्रा कर देना | २ सम्प्रेषः ) आदेश ! आज्ञा । निर्देश ! संप्रोक्षणं ) ( न० ) मार्जन । प्रोक्षण । जल को सम्माक्षण मंत्र पढ़ कर दिड़कना । संफालः ) सम्फाल संतवः । ( पु० ) 1 जल में डूबना या जल को वाद सम्ावः ) में वलमन्न होना २ लहर | तरंग ३ जल की बाढ़ | ४ दरवादी | २ विषयांस | ४० ) मेड़ा | सेप सम्फेटः } (पु० ) के मुद्धजनों की लड़ाई संव् । (धा०प० ) [ सम्वति ] जाना | [ सम्बे सम्बयति, सम्यते ] जमा करना | कत्र करना । संवं } सम्बन् संवद्ध ] सम्बद्ध ) (८०) किसी खेत की दुवारा जुताई। ६० कृ० ) 1 बंधा हुआ । २ अटका हुआ सम्बन्ध युक्त ४ युक्त भन्वित । सम्वका संबंधक ) ( 50 ) दोस्त वाह से या जन्म से सम्बन्धी या नातेद ३ एक प्रकार की सन्धि सम्वधिन । हुधा | २ सद्गुणों वाला वैवाहिक संबंधित ) : वि० ) 1 सम्बन्ध युद्ध २ उदा नामेदार | ४ नतैत | नातेदार | संदरं ) ( न० ) १ रोक | निम | २ जल-रि सम्घरं ) - रिपुः, ( उ० ) कामदेव | संदर) (55) २ युग विशेष सब एक का नाम जिले प्रयुत्न ने मारा 3 एक पत्र का नाम । संबलं ( न० ) सम्बलं ( न० ) | संवलः (g० ) सरवलः (पु० ) ) संवाध ) (वि०) सम्वाध ) सर्वार्थ: संधु भी भाड़ से बंद | अवरुद्ध | २ संबाधः ( 50 ) सम्बाध आपस की रगड़ : ठेलंटेला | २ । कठिनाई केखों । अङ्घन ३ नरक का मार्ग | ४ भय । डर खौफ | २ योनि कारक | संवोधनं स्स्त्रोवनं पाच पेड़ा रास्ते के लिये भोजन । ( न० : जल । पानी । भग | ) ( डी० ) पूर्ण विवेक " संग निः सम्भतिः पूर्ण ज्ञान या ३ सम्बोधन (50) खोल कर यतलाना। शिक्षण | सम्बोधः । सूचन| २ सत्य या पूर्ण प्रतीति । ३ निक्षेप | प्रक्षेप ४ हानि | नाश | प्रतीति । २ सम्बोधन

( न० ) १ व्याख्या २ सम्बोधन | ३

आठवीं विभक्ति सम्बोधनकारक | | (श्री०) १ हिस्सा जगाना | २ संभग्न 1 सम्मन्न ) (व० प्र०) तितर बिसर : भङ्ग किया हुआ |