सामग्री पर जाएँ

पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७१८

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

रोमथ -लता, (स्त्री० ) तरेट पर की रोमावली - विकास, ( पु० ) - विकिया, ( ० :- विभेदः, ( पु० ) रोमान्त रोगों का खा होना । -हर्षः, ( पु० ) रोंगटों का खड़ा होना । - हर्षणः ( पु० ) व्यास देव के एक शिष्य का नाम, जिसने कई गुफ पुराणों की कथा शौक को सुनायी थी।–हर्य, (न० ) रोका होना । रोम (न० ) गी । खाये हुए को चबाना अतः वारंबार की आवृत्ति । पुनरावृति रोमश ( वि० ) बालों वाला। रोमशः ( पु० ) १ भेड़ | भेड़ा | २ शुक्र रोरुदा ( स्त्री० ) अत्यधिक रोदन या विलाप | रोलंबः रोलस्त्रः } ( पु० ) भौंरा । रोषः ( पु० ) क्रोध | गुस्सा । रोपण ( वि० ) [ स्त्री० – रोषणी ] क्रुद्ध | रोपणः (१० ) १ कसौटी | २ पारा १३ ऊसर ज़मीन । नुनही ज़मीन रोहः ( पु० ) १ उठान | चढ़ाव | २ ऊपर चढ़ना ( जैसे किसी वस्तु के मूल्य का ) ३ उपज । बाढ़ ४ कली । अङ्कुर । रोहणं (२०) ऊपर चढ़ने, सवार होने की क्रिया रोहणः (पु० ) लङ्का के एक पर्वत का नाम द्रुमः ( पु० ) चन्दन का पेड़ रोहंतः रोहन्तः राहुली } ( स्त्री० ) लता ! बेल राहिः ( पु० ) मृग विशेष | २ धार्मिक पुरुष | ३ वृक्ष | ४ बीज | } (पु० ) वृक्ष । रोहिणी (स्त्री० ) १ लाल गौ | ३ चौथे नक्षत्र का नाम | ४ वसुदेव की एक पत्नी का नाम जिनके गर्भ से बलराम जो की उत्पत्ति हुई थी । २ हाल > की रजस्वला स्त्री | ६ विजली-पतिः प्रियः, -चल्लभः, (पु० ) चन्द्रमा 1-रमशः, ( पु० ) सौड़ चन्द्रशद, (पु० ) रोहिणी नक्षत्र, जिसका आकार जैसा है। 1 रोहिता या रोहिणी | रोहित (वि० )[ श्री० लाल लाल रंग का | - अश्वः, पु०) अग्नि । रोहित ( न० ) १ रक्त २ केसर | रोहितः (पु० ) १ लाज रंग | २ लोमड़ी | ३ ग्रुग विशेष | ४ मच्छली विशेष | रोहिपः : पु० ) १ मदली विशेष । मृग विशेष । रौदय ( न० ) १ कड़ाई सती | २ रूखापन निष्ठुरता रौद्र (वि० ) [ खा० - रौद्रा, रौदी]१ रुद्र की तरह उम्र प्रचण्ड | धाविष्ट । २ भयंकर | चहशी । जंगली | दरौद्रं ( ० ) १ २ भयङ्करता | ३ गर्मी उत्ताप सौर्यताप धूप की गर्मी । रौद्रः ( ५० ) १ रुद्र का पूजक १२ गर्मी | तेजी | ३ रौद्र रस । • रौप्य (चि० ) चौंदी का बना हुआ | चाँदी जैसा । रौप्यं ( न० ) चाँदी | रौरव (वि०) [श्री० - रौरवी] १ रुरु के चर्म का बना हुधा ! २ भयकर | ३ बेईमान | सुखाचार | रौरव (पु० ) एक प्रकार का कबाब | २ इक्कीस नरकों में से एक नरक का नाम: रोहिण: ( 50 ) रोहिणेयः (पु०) चन्दन वृद्ध | २ वट का वृक्ष बड़ा | बलराम जी । २ दुधग्रह: रौहिणे॒यं ( न० ) पन्ना । मरकत मन्छि । रौहिष् ( पु० ) हिरन विशेष रौहिषं ( २० ) एक प्रकार की घास रोधियः (पु० ) देखो रोहिष