रूपक करने की क्रिया १६ भवेशी पशु १७ शब्द । भवनि |-अभिन्नाहित, (वि० ) र नो अपराध करते हुए किया गया हो।- श्राजीवा (श्री० ) वेश्या रंडी प्रायः ( पु० ) अत्यन्न सुन्दर पुरुष इन्द्रियं, (न०) वह इन्द्रिय जो रूए बर्ण का ज्ञान सम्मान की है अर्थात् आँउञ्चयः ( पु०) सुन्दर रूपों का संग्रह कारत् (पु०) सिपी) - तस्वं (न०) पैतृक सम्पत्ति परमसत्ता-धर, (वि० ) ( किसी की ) का बना हुआ। स्वाँग बनाये हुए-नाशनः, ( ० ) लू । -~जावरा ( स० ) सौन्दर्य | सुन्दरता -- विपर्ययः ( पु० ) भड़ापन कुरूपता सूरती |~~-शालिन्, ( चि० ) सुन्दर (~-सपेद्रेचक --सम्पत्ति, ( श्री० ) सौन्दर्य उत्तम रूप ( ७०६ रुपकं ( न० ) आकृति सूरत शह २ मूर्ति । प्रतिकृति ३ चिन्हानी लक्षण ७ किस्म 1 जाति । २ वह काव्य जो पात्रों द्वारा खेला जाता है। धरयकाव्य ६ एक अर्थात जिसमें उपमेय में उपमान के साथ का आरोप कर उसका वर्णन, उपमान के रूप से किया जाता है । ७ मान या तौल विशेष :-- तालः, (पु० ) सङ्गीत मे "दाताला" एक ताल । रुपकः ( पु० ) मुद्रा विशेष रुपैया रुपये ( ० ) १कारिक वर्णन | २ अन्वेषण अनुसन्धान परीक्षा रूपवत् (वि० ) १ रंग या रूप वाला २ शारीरिक ३ शरीरधारी ४ सुन्दर मनोहर । रूपवती ( श्री० ) सुन्दरी श्री रूपिन् (वि० ) माने। सदश २ शरीग्धारी अवतारी ३ सुन्दर रूप्य (वि० ) सुन्दर | मनेोदर प्रिय रूप्यं ( न० ) १ चाँदी | २ रुपैया व गढ़ा हुआ सोना | रूप ( घा० परस्मै० ) ( रूपति रूपित ] सजाना । कार करना | २ मालिश करना । मलना। उप दन करना ढक जाना। आच्छादित होना। ) रुपया रूपित (०० सजा हुआ २ खेप किया हुआ उबटन किया हुआ ढका हुआ ३ दाग दादागी दूरदरा हुआ। रे (अव्यया) स्योधनमक अन्य ३ रखा (छी ) : कोरारी २ पंकित पार ३ रूपरेचा हा खफा ३ प्रधाने की किया | २ मा खुल कपट- अंश (पु० ) द्राधमांश या मोसर वृत्त का एक एक- न ( न० ) गणित का वह विभाग जिसमें रेवाओं में फfor सिद्धान्त निर्धारित किये गये हैं। (वि० ) [ खो०-विका ] 1 दस्तावर । दलाने वाला को माफ करने वाला स्वाँस निकालने वाला। रेच देखो रेचक | रेवकः ( पु० ) १ पूरक का उल्टा । नथुने से पेट में रुकी हुई स्वॉस को निकालने की क्रिया । २ पिच कारी ३ शोरा जवाखार । 2 ( उभय० रुपयन जाना जा रेचकं (न० ) जमालगोय | रेचनं ( म० ) रेवना ( स्त्री० ) ) १ १ खाली करने की क्रिया | २ कम करने की क्रिया की किया। ३ साँस चाहिर निकालने की क्रिया | ४ मकस्थती साफ करने की क्रिया | ५ मल रेचित (व० ० ) साफ । रीता किया हुआ। रेचितं ( न० ) घेोड़े की दुलकी की चाल । रेः (पु० ) ( स्त्री० ) १ रज | भूल रेत । बालू २ पुष्पपराग | ! रेगुका ( स्त्री० ) परशुराम जी की माता का नाम । रेतस ( न० ) वीर्य धातु रेप (वि० ) १ तिरस्करणीय नीच २ निष्ठुर ! रेफ ( वि० ) नीच कमीना दुष्ट रेफः ( ५० ) १रकार का वह रूप जो अन्य अर के र पूर्व आने पर उसके ऊपर रहता है। २ ध्वनि विशेष | ३ अनुराग स्नेह रेवट: (पु०) १ शूकर) २ बाँस की छड़ी ३ भँवर |
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७१६
दिखावट