रुद्रनं रुदितं सदन रुदित } ( न० ) रोदन । चीस्कार । विलाप : । रु ( व० कृ० ) १ रुका हुआ छिका हुआ । २ वेष्टित घिरा हुआ। रुद्र ( दि० ) भयानक भयझर खौफनाक रुद्रः (५०) एकादश संख्यक एक प्रकार के गण देवता। ये शिव जी के पष्ट रूप हैं। शिवजी इनके मुख्य हैं। गीता में कहा भी है :- द्राशङ्कर २ शिव जी का नाम -श्रतः ( पु० ) एक प्रसिद्ध बड़ा पेड़ | इसी वृक्ष के फल के बीजों की वाचकी माला बनायी जाती है। आवासः, ( पु० ) १ रुद्र का निवास स्थान कैलास पर्वत । २ काशी ३ रमशान रुरुः (पु० ) मृग विशेष | रुश ( धा० परक करना नाश करना रुद्राणी (स्त्री० ) रुद्र की पत्नी अर्थात पार्वती जी । रुध् (धा० उभय०) [ रुणजि, रुंडे, राजू] १ रोकना | रुदिः ( स्त्री० ) १ बाद बंधन में बंद करना। थामना बाधा डालना। २ रोक रखना। ३ ताले में बंद कर रखना रखना कैद करना २ घेरा डालना।६ छिपाना ! ढकना ७ पोड़ित करना सताना ७०८ ) ६६ } ( वि० ) उत्पन्न होने वाला । निकलने वाला । कहा (स्त्री० ) दूर्या या दूब घास रूक्ष (वि०) १ खुरखुरा। कड़ा | अस्तित्र | २ | ३ असम खाद कठिन | ४ मैला कुचैला । ५ निष्ठुर | संगदिल ६ सूखा | नीरस | रुक्षयं ( म० ) सुखाने या पतले करने की क्रिया | २ सुटाई कम करने की क्रिया घ्शति ] चायल करना । यथ 1 रुशत् (वि० ) चोट पहुँचाने वाला अप्रिय बुरा लगने वाला ( जैसे शब्द ) । रुधू रुपो }(स्त्री॰ ) क्रोध । गुस्सा। रोष। बढ़ना । रह (धा० परस्मै० ) [ रोहति, रूढ़ ] उगना । अङ्कुरित होना । जड़ पकड़ना । उत्पन होना । बढ़ना । ३ निकलना । ऊपर को उठना। ऊपर चढ़ना ४ पूरना ( घाव का ) भरना । रूप { रूद (२० कृ०) उगा हुआ निकला हुआ। भहूरित। जमा हुआ। २ उत्पन्न ३ वृद्धि को प्राप्त । ४ उगा हुआ जैसे कोई ग्रह ) ऊपर को चढ़ा हुआ। २ बड़ा लंबा मज़बूत पड़ा हुआ। ६ व्याप्त फैला हुआ | ७ प्रचलित प्रसिद्ध सर्वजन स्वीकृत | १ निश्चित किया हुआ | खोजा हुआ। दर्यात किया हुधा । 1 | २ जन्म | उत्पति |३ वृद्धि | पढ़ती | फैलाव ४ उभार उठान ।२ समाति । प्रसिद्धि ६ प्रथा चाल ७ प्रचलन |८ प्रचलित अर्थ । घू ( घा० परस्मै० ) [ रुण्यति, रूपित रुटु ] | रूपं ( म० ) १ शक्क / सूरत । श्राकार | २ कोई रूठना । अप्रसन्न होना। नाराज़ होना [ रोपति ] १ घायल करना । वध करना । २ चिढ़ाना । चिंगाना छेड़छाड़ करना । स्वभाव | प्रकृति । २ रीति । भी पदार्थ जो देख पढ़े ३ सुन्दर पदार्थ खूब- सूरत शह ढंग ६ पहचान | किस्म लक्ष्य | ७ जाति प्रकार | सादृश्य। ८ मूर्ति प्रतिमा | ६ समानता प्रतिकृति । १० आदर्श । नमूना बानगी १ किसी संज्ञा या किया को विभक्तियों और उसके लकारों के रूप १२ एक की संख्या १३ पूर्ण संख्या अखण्ड संख्या अखण्ड राशि। 1 पूर्णांक १४ नाटक | रूपक | १५ किसी ग्रन्थ को कण्ठस्थ करके अथवा बार बार पढ़ कर, उसके रूप ( घा० उभय० ) [रूपयति, रूपयते, रूपित ] १ बनाना | गढ़ना । २ रंगम पर रूप धरना। ३ चिन्हानी करना। ध्यान से देखना ४ तलाश करना । हूढ़ना। ५ ख्याल करना विचार करना | ६ निश्चय करना ७ परीक्षा करना अन्वेषण करना। नियत करना।
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