भजन भजन ( 208 ) (वि० ) [ खा० सजनी ] १ सोमे भड शकते वाला ३ विफल करने भरा भन्न भञ्जन वाला वाला ४ उम्रपादन वाला। भंजनं । ( ० ) १ नाश | विनाश । ध्वंस ! भजनम् भंग २ भगाना | इटाना ३ खदेड़ना | विनय करना। ४ वाधा डालना। ५ पीड़ा देना। } { ५० ) दांतों का भष्ट होजाना । भंजनकः ) ( पु० ) एक रोग जिसमें दाँत गिर जाते सञ्जनकः और थोड हा हो जाता ! संजन: भन्ञ्जनः भंजदः ) ( पु० ) मन्दिर के समीप लगा हुआ भारुः ) बृच भट्टारक (वि० ) [ स्त्री०- भट्टारिका, ] मान्य है पूज्य-वासरः, ( पु० ) रविवार | भट्टिनी ( श्री० ) सम्राशी। महारानी २ ऊँचे पद की स्त्री की स्त्री । भद्र } ( घा० धाम० ) [ भडते ] झिडकना । डॉग्ना पटना | २ चिढ़ाना सडः ( पु० ) वर्णसङ्कर जाति विशेष । भडिलः (पु० ) योदा शूरवीर २ चाकर अनुचर । भय् (धा० परस्मै० ) [ भाति, भवित ] 1 कहना | बोलना २ बर्णन करना | ३ नाम लेना। पुकारना । भानं ( न० ) | कथन । वार्तालाप | संवाद | मणितं ( न० ) मथितिः ( स्त्री० ) बातचीत। ३ बोलना। ४ उपहास करना। [ भण्डयति, भराडयते ] भाग्यवान बनाना। २ ठगना | धोखा देना। भंडः } ( पु० ) भाँड़ हँसोदा विदूषक | २ } भण्ड: चरजाति विशेष -तपस्विन, ( पु० ) कल्पित तपस्वी - हासिनी, (श्री० ) वेश्या । रंडी । खञ्जन पक्षी । भटू ( घा० परस्मै० ) [ भटति, सटित ] पालना। पालन पोषण करना । २ भाड़े पर लेना | ( खी० ) लहर | मजदूरी पाना । भराडी भंडिल 1 भा] ( पु० ) : योद्धा | सिपाही। लड़ने वाला । २ पाही पति | जंगली | ४ रावस | भरित्र (वि० ) सींखधा पर भूना हुआ। ३ भरिडल ) शाली । भाग्यशाली । } ( वि० ) मङ्गलकारी शुभ समृद्ध भंडिलः ) (पु०) १ सौभाग्य । आनन्द | कुशलता भण्डिलः १ २ दूत | ३ कलावन्त । कारीगर | धर्मा- भट्टः ( पु० ) 1 प्रभु | स्वामी | २ उपाधि विशेष || भंदतः ) ( पु० ) १ प्रतिष्ठा सुचक बौद्ध [ यह उपाधि विद्वान ब्राह्मणों के नाम के पीछे | भदतः । नुयायी की उपाधि | २ बौद्ध भिक्षुक लगायी जाती है। ] ३ विद्वान | दार्शनिक भदाकः ( पु० ) समृद्धि। सौभाग्य | परिडत ४ बर्यासहर विशेष ५ भाट। बंदीजन। --आचार्ग्यः ( पु० ) विज्ञान की उपाधि | भट्टार ( वि० ) मान्य पूज्य भद्र ( वि० ) शुभ प्रसन्न समुदशाली २ मङ्गल कारक भाग्यवान | ३ सर्वाग्रणी । सर्वोत्तम । प्रधान अनुकूछ । शुभ । १ कृपालु । दयालु | श्रेष्ठ अप्रतिकूल आनन्ददायी उपभोग्य | ६ मनोहर सुन्दर ७ रखास्य । वान्छित प्रशंस्य । मप्यारा प्रिय । १ दिखावटी बनावटी पासगडी श्रङ्गः आकार, ( पु० ) बलराम ! --- प्राकृति, ( वि० ) शुभ डील डौल का--प्रात्मजः, ( पु० ) खट्ट तलवार - प्रासनं, (न० ) १ कुर्मा। तक्षत । सिंहासन २ ध्यान करने का आसन विशेष :-ईश:, (पु०) शिव जी। -पला ( स्त्री० ) बड़ी इलायची | -कपिलः (पु० ) शिव 1 --फारक, (वि० ) मङ्गलकारी शुभ-काली ( खी० ) दुर्गा देवी कुम्मः, (०) सोने का घड़ा जिसमें गंगा जल भरा हो।-- गणितं ( न० ) यंत्र रचना या यंत्र लिखना -घटा - घटकर, अंडक: भण्डकः भंडनं ) ( न० ) १ कवच | जिरहवस्तर । २ भण्डनम् । युद्ध जवाई | ३ उपद्रव दुष्टता। भंडि 1 भेंडी भण्डिः
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