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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५८०

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माया मरने के लिये बैठने वाला। - उपविष्ट, वह जिसने प्रायोपवेशन व्रत किया हो -दर्शनं, ( न० ) मामूली अद्भुत व्यापार या घटना । प्रायणं ( न० ) १ प्रवेश | आरम्भ । प्रारम्भ । २ इच्छामृत्यु | ३ शरण होना। प्रायणीय ( वि० ) आरम्भिक प्रारम्भिक 1 प्राय । ( न० ) सोमयाग में पहिली सुत्या के दिवस का कर्म । । प्रायशस् ( अव्यया० ) साधरणतः | अक्सर । सम्भवतः । प्रायश्चित्तं ( न० ) १ शास्त्रीय कृत्य विशेष जिसके ! प्रायश्चित्तिः ( स्त्री० ) ) करने से करने वाले का पाप छूट जाता है | २ तृप्ति | क्षतिपूरण | प्रायश्चित्तिन् (वि० ) प्रायश्चित करने वाला । प्रायस् ( अन्यथा० ) अक्सर । प्रायः । सम्भवतः बहुत करके । कदाचित् । प्रायाणिक | (वि० ) [ स्त्री० प्रायाणिकी या प्रायात्रिक / प्रायात्रिकी ] यात्रा के लिये उपयुक्त ( ५७३ ) प्रायाख्य 1 ! 1 (वि० ) । प्रार्थनं (द० ) ११ प्रार्थना विनय २ इच्छा | प्रार्थना (स्त्री० ) ) ख्वाहिश | ३ मुकद्दमा 1-भङ्ग ( पु० ) प्रार्थना अस्वीकार करना :- सिद्धिः, | स्त्री० ) प्रार्थना स्वीकृति । श्रमिलपित वस्तु की प्राप्ति । प्रार्थनीय (वि० ) प्रार्थना करने योग्य | याचनीय प्रार्थनीयं ( म० ) द्वापर युग का नाम । प्रार्थित (वि० ३ याचित। जो माँगा गया हो। २ अभिलषित | ३ आक्रमण किया हो । शत्रु द्वारा सामना किया हुआ | ४ दध किया हुआ | घायल किया हुआ 1 प्रालंब प्रालय } (वि० ) लटकता हुआ | झूलता हुआ। मालंबः ) ( पु० ) १ मोती का आभूषण विशेष । प्रालम्बः १२ स्त्री के स्तन प्रालंब आलस्वम् प्रालंबिका प्रालम्बिका ) }(ल०) वह हार जो कुचों तक लंबा हो । r}( स्त्री० ) सौने का हार । माला | या अनावश्यक | । । प्रायिक (वि० ) [ स्त्री० – प्रायिकी ] मासूली | प्रालेयं ( न० ) बर्फ | कोहरा | पाला | श्रोस । ( पु० ) हिमालय पर्वत ।- -- अद्रिः, -शैलः, साधारण । प्रायुद्धेषिन् (पु० ) घोड़ा । प्रायेण (व्या० ) प्रायः । अक्सर । प्रायोगिक ( वि० ) [ स्त्री० - प्रायोगिको ] जो प्रावट: ( पु० ) यव । जबा - नित्य काम में आता हो । प्रारब्ध (व० कृ० ) आरम्भ किया हुआ । प्रारधं ( न० ) १ कर्म | २ प्रारब्ध | भाग्य । प्रारधिः ( स्त्री० ) आरम्भ शुरूआत । २ हाथी के बाँधने का खूंटा या रस्सा | } ( पु० ) १ आरम्भ शुरूआत २ कर्म | प्रारंभः प्रारम्भः प्रारंभणं भारम्भणम् र्} ( न० ) श्रारम्भ । शुरूआत । प्रारोहः ( पु० ) अंकुर अँखुश्रा कोपल | प्राण ( न० ) मुख्य ऋण। - अंशुः, - करः, - रश्मिः, ( पु० ) १ चन्द्रमा । २ कपूर । कर्पूर । -लेशः ( पु० ) ओला । प्रार्थक (वि० ) [ स्त्री० — प्रार्थिका ] याचक । - प्रार्थी । प्रार्थकः ( पु० ) प्रार्थी वर प्रावणं ( न० ) कुदाल । फावड़ा | बेलचा | प्रावरः ( पु० ) १ परकोटा हाता। घेरा २ उत्तरीय वस्त्र ! ३ देश विशेष | प्रावरणं ( न० ) चुगा | लवाड़ा | प्रावरणीयं ( न० ) १ उत्तरीय वस्त्र | २ एक प्रान्त का नाम। - कीटः, ( पु० ) दीमक । - प्राचारकः ( पु० ) उत्तरीय वस्त्र | प्रावारिकः ( पु० ) उत्तरीय वस्त्र बनाने वाला। प्रावास (वि०) [ स्त्री०- प्रावासी ] यात्रा सम्बन्धी यात्रा में देने योग्य यात्रा में करने योग्य प्रावासिक ( वि० ) [ स्वी०प्रावासिकी ] यात्रा के योग्य | प्रावीण्यं ( न० ) चातुरी । चतुराई । निपुणता । पटुता।