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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४३०

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नासिकन्धय --- नकुना । --वंशः, ( पु० ) नाक के उपर बीचो बीच वाली पतली हड्डी । नाक का पाँसा । स्रावः, ( इ० ) नाक का एक रोग जिसमें नाक से सफेद और पीला मवाद निकला करता है। नासिकन्धय ( वि० ) नाक में होकर पीना | नासिका ( स्त्री० ) नाक (-मलः, ( 50 ) रँहद नासिक्य ( वि० ) नासिका से उत्पन्न । नासिक्यं ( न० ) नाक | नासिक्यः ( पु० ) नासिक शब्द । नासीरं ( न०) किसी : के सामने जाना या आमने शन सामने लड़ना । निःश्वासः ( पु० ) १ बाहिर स्वाँस निकालना । निःराश्वासः ) साँस लेना २ आह भरना । ऊँची सौंस लेना । नासीर : ( पु० ) १ ( सेना का ) धगला भाग । निःसरणम् ( म० ) १ बाहिर निकलना । बाहिर २ सेनानायक के श्रागे चलने वाला दल जो जयनाद करता जाता है। निकलने का रास्ता । २ द्वार दरवाजा । ३ महायात्रा मृत्यु | ४ उपाय | साधन । ५ निर्वाण । मोक्ष | निःसह ( वि० ) १ असा २ शक्तिहीन । ३ जो बरदाश्त न हो सके। निःसरणम् ( न० ) १ निकालना | २ बाहिर कर देना। नास्ति (अव्यया० ) नहीं -वादः, ( पु० ) वह सिद्धान्त, जिसमें ईश्वर का होना नहीं माना | जाता है। नास्तिक (वि०) ) वेद और ईश्वर को न मानने नास्तिकः ( पु० ) ) वाला ईश्वर को जगत् का ( ४२३ उपादान कारण न मानने वाला । नास्तिक्यं ( न० ) नास्तिकता | ईश्वर परलोक आदि | में थविश्वास । नास्तिदः (०) श्रम का पेड़ | नास्यं ( न० ) बैल की नाथ . नाहः (पु० ) १ बाँधने वाला। बंद करने वाला | २ फंदा लासा। जान | ३ कवज़ियत बद्धकोष्ठता 1 नाडु : } ( पु० ) ययाति राजा की उपाधि ! नाडुषिः निकषः , ६ 1 "निकट" | १० तिरस्कार हानि: यथा "निकृति” । “निकाय ।" ११ दिखावट यथा निदर्शन। १२ अवसान यथा - "निवृत्" । १३ आश्रय, यथा "निलय" | १४ सन्देह । १५ निश्चय | १६ स्वीकृति । १७ फैकदेना । दान। निःक्षेपः ( पु० ) १ फैंक देना | भेज देना २ खर्च कर डालन | 3 " नि ( अन्यया० ) यह एक उपसर्ग है जो संज्ञावाचक और क्रियावाचक शब्द में लगायी जाती है और निअर्थों में प्रयुक्त होती है । १ नीचापन | नीचे | की ओर की गति; जैसे 'निपत् " | २ समूह | समुदाय; जैसे "निकर" | "निकाय । आधिक्य; यथा “निकाम।"४ आज्ञा, चादेश; यथा “निर्देश" । १ सातत्य स्थिरत्व निविशन | ६ पटुता; यथा निपुण |७ रोक, बंधन; यथा निबन्ध" ८ सम्मिलन संयोग । यथा निपीतमुदकं " | ३ सामीप्य ; यथा- यथा , ६ " ) निःश्रयणी । निःश्रेणिः ( स्त्री० ) नसैनी सीढ़ी जीना 1 ! ३ घर का द्वार । निःस्रवः ( पु० ) शेप ! बचत । अधिक । निःस्रावः ( पु० ) १ व्यय । खर्च २ उबले हुए चावलों का जल या माँड़ी। पास सामीप्य | निकट (वि० ) समीप निकट | निकट: ( न० ) ( पु० ) ) निकारः ( पु० ) : ढेर २ गल्ला | झुंड । समूह | ३ गट्ठर गट्ठा वंटल ४ सार २ उचित पुरस्कार या भेट। मानार्थ स्वेच्छाप्रद वेतन | ६ द्रव्यकोष । निकर्तनम् (न० ) काटकर नीचे गिराने की क्रिया। निकर्षणम् ( न० ) १ मैदान । खुली जगह। चौगान जो नगर के निकट हो । २ घर के द्वार के सामने की खुली जगह ३ पड़ोस ४ अनबुई अनजुती ज़मीन का टुकड़ा | निकषः (पु० ) कसौटी। २ हथियारों पर सान रखने का पत्थर सिल्ली।३ कसौटी पर की सोने की रेखा । उपलः, ( पु० ) श्रावन, ( पु० ) – पाषाणः, (पु० ) कसौटी। सिल्ली।