घृण ( ४०६ ) ध्रुव ( धूम्र ( पि० ) १ ढीठ साहसी हिम्मत वाला | २ | घातम् (न० ) चाँदी । अशिष्ट | बेहया । निर्लज्ज ३ अभिमानी । घाम्रः ( पु० ) १ भूरापन | २ भवन के लिये स्थान प्रगल्भ ४ लंपट कुकर्मी परित्यक्तस्रः, जो विशेष रीस्या बनाया गया हो। ( पु० ) दुपद राजा का बेटा --धी.- मानिन् धारितकं (न० ) घोड़े की कदम चाल ( वि० ) अभिमानी । धोरेय (वि० ) [स्त्री०-धरयो] बोझ ढोने योग्य धृष्टः ( पु० ) बेवफा पति या प्रेमी । रेय (०) यो होने वाला जानवर वृष्णज् (वि० ) १ साहसी २ निर्लज्ज | येहया । कृष्णः ( स्त्री० ) प्रकाश की किरण 7 घोदा। धार्तकं धातिक धाय घृष्णा (वि० ) १ साहसी हिम्मत बाला बहादुर शक्तिमान | २ निर्लज्ज बेहया धे ( धा० पर० ) [धयति धीत] १ चूसना पीना घेनः ( पु० ) 1 समुद्र । २ नद | का (धा० पर० ) [ धमति, मात ] फूंक मारना धौंक फर कोई वस्तु बनाना। ध्याकार ( पु० ) सुदार धेनुः ( स्त्री० ) १ गौ । २ दुधार गाय । ३. किसी भी कांक्षः या ध्वांतः (पु० ) १ काफ | २ बगला । ३ फकीर ४ घर । पुरुषवाची शब्द के पीछे यह शब्द लगाने से यह शब्द श्रीवाची हो जाता है। यथा खड्गधेनुः, वडवधेनुः । ४ पृथिवी ध्मात ( च० कृ० ) १ बजाया हुआ २ का हुआ। ३ फुलाया हुआ | धेनुकः (पु०) बलराम द्वारा मारे गये एक दैत्य का नाम /~-सूदनः, ( पु० ) बलराम । धेनुका ( श्री० ) १ हथिनी । २ दुधार गौ । ध्यापित (वि० ) जलाकर भस्म किया हुआ। ध्यात (वि० ) विचारित। विचार किया हुआ। घेनुण्या (स्त्री०) वह गाय जिसका दूध बंधक रखा हो। | ध्यानंं ( ३० ) ३ प्रगाढ़ चिन्ता | २ बाह्य इन्द्रियों धैनुकं (न० ) १ गौथों का समूह | २ रतिबंध । धैर्यम् ( न० ) १ धीरज धीरता । चित्त को स्थिरमा २ शान्ति | ३ गाम्भीर्य | ४ साहस यतः (पु०) सङ्गीत के सप्तस्वरों में से एक स्वर चैवयं (न० ) चालाकी चातुर्य । के प्रयोग के बिना केवल मन में लाने की क्रिया या भाव। ३ अन्तःकरण में उपस्थित करने की क्रिया या भाव। ४ मानसिक प्रत्यक्ष/-गम्य, (वि० ) केवल ध्यान द्वारा प्राव्य 1- तत्पर, निष्ठ, पर, (चि० ) ध्यान में मग्न | ~ मात्रं, (न० ) केवल ध्यान या विचार -योगः, प्रशान्त ध्यान-स्थ, ( वि० ) ध्यान में निरत होने के कारण विस्मृत 1 धोर् (धा० पर० ) [ स्त्री०- घोरत ] तेजी से जाना। २ निपुण होना । घोरणम् (न०) १ बाहन } सवारी । २ तेज़ी से या चारू | ध्यानिक ( वि० ) ध्यान द्वारा पाया हुआ था खोजा रूप से जाने वाला २ घोड़े की क़दम चाल । धारणिः धोरणी } ( स्वी० ) १ श्रेणी । २ परम्परा धोरितं (न० ) १ चोट पहुँचाना चोटिल फरना | २ गमन । गति । ३ घोड़े की कदम | धौत ( च० कृ० ) १ धोया हुआ साफ किया हुआ। २ चिकनाया हुआ चमकाया हुआ। ३ चम- कीला सफेद (कठः, ( पु० ) मौटे कपड़े का थैला । – कोपजं, कौषेयं, (न०) फलफ किया हुआ रेश्मी कपड़ा । ( न० ) कपट | छल । बेईमानी । चनुमाशी | - फूंकमा स्वस लेना २ आग फूकना । हुआ। ध्याम (वि० ) अपरिष्कृत | मैला कुचैला । काला कलूटा | दारा दगीला । परिणाम माप । २ ध्यै ( धा० पर० ) [ ध्यायति, ध्यात ] ध्यान करना। विचार करना। ध्यामन् (पु० ) मात्रा प्रकाश । ( न० ) ध्यान। धाडिः (पु० ) पुष्प एकत्र करने वाला। ध्रुव ( वि० ) 1 स्थिर | अचल सदा एक ही स्थान सं० श० कौ० ५२
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