इज्याक इचाक ( पु० ) जलवुश्चिक। पretat | इच्छल ( पु० ) एक छोटा पौधा विशेष, जो जल के समीप उत्पन्न होता है। हिज्जल | इच्छा (स्त्री० ) १ अभिलाषा | वान्छा चाह । २ ( अंकगणित में ) प्रश्न कठिन प्रथा 1-दानं, ( न० ) मुहमाँगा दान |-- निवृत्तिः ( स्त्री० ) सांसारिक काननाओं की ओर से उदासीनता । ( १४८ ) इतिहास इत ( वि० ) १ गस गया हुआ हुआ। ३ प्राप्त । इतर ( सर्वनाम ) (वि०) [स्त्री०- इसरा, इतरत् ] १ दूसरा अन्य नि । २ पासर । निम्न श्रेणी का | नहीं तो । २ वासनाओं का त्याग । --फलं, ( न० ) किली | इतरथा ( अन्यत्रा० ) १ अन्य प्रकार से। और तरह प्रश्न का उत्तर --रतं, (न० ) मनचाहा खेल से २ प्रतिकूलरीत्या अन्यथा ३ कुटिल भाव से ४ दूसरी ओर | इट: ( पु० ) १ एक प्रकार की घास। २ चटाई । इटवरः (पु०) सौंड़ या बारहसिंहा जो चरने के लिये स्वतंत्र छोड़ दिया जाय। इड् (स्त्री० ) [ वैदिक प्रयोग ] 1 इल् | २ यति । ३ प्रार्थना १४ धारा प्रवाह वक्तृता । ५ पृथिवी । ६ भोजन | ७ सामग्री वर्षापयोगों में से तीसरा प्रयोग | [ इडोगजति ] १० ब्रह्म । इडस्पतिः (पु० ) विष्णु का नाम । इड (पु० ) अग्नि का नाम इडा इडाला इतरेतर ( दि० ) अन्योन्य परस्पर आपस में । इतरेयु: ( अध्यया० ) अभ्यदिवस | दूसरे दिन कूद / --वसुः ( पु० ) कुबेर का नाम /-संपद ( स्त्री० ) मनोकामना का पूरी होना। राज्य (वि० ) पूज्य । [ यस | परमात्मा | | इज्यः ( पु० ) १ गुरु | २ देवगुरु बृहस्पति । २ नारा- | इतस् (अन्यय० ) १ यहाँ से । यहाँ २ इस पुरुष इज्या ( स्त्री० ) १ यज्ञ २ दान पुरस्कार | ३ मूर्ति प्रतिमा । ४ कुटिनी । ५ गौ-शीलः, ( पु० ) सदा यज्ञ करने वाला। से मुझसे ३ इस ओर मेरी ओर इस संसार से। इस समय से इतस्ततः ( इतः इतः ) ( अन्या० ) इधर उधर इसमें । उसमें इति ( अन्यथा ) ३ समाप्ति । २ हेतु। २ निदर्शन। ४ निकटता । ६ प्रत्यक्ष ३७ अवधारण । ८ व्यवस्था ६ मान १० परामर्श 1 19 शब्द के यथार्थ रूप को प्रकट करने वाला १२ वाक्य का अर्थप्रकाशक -अर्थः, (पु०) साराँश । -कथा (स्त्री० ) वाहियात वातचीत 1 करणीय, (वि० ) किन्हीं नियमों के अनुसार करने योग्य !-- मात्र, (वि०) अमुक परिमाण का । वृतं ( न० ) पुरावृत पुरानी कया । कहानी । | हविं| ४ गौ ५ ( इला० ) देवी | इतिकर्त्तव्यता ( स्त्री० ) प्रवश्य करने योग्य काम (स्त्री० ) १ पृथिवी २ वाणी । करने का क्रम, जिसके अनुसार एक काम के अनन्तर दूसरा काम किया जाय। इतिमध्ये (अन्य ) इतने में । इतिह (अन्य ) १ उपदेश परंपरा | २ देर से सुना जाने वाला उपदेश | ३ सुदा सुनाया अ वचन | का नाम मनु की बेटी यह बुध की स्त्री और राजा पुरुरवा की माता थी। ६ स्वर्ग ७ शरीर की एक नाड़ी जो दहिने अंग में रहती है । ८ दुर्गा | १ अम्बिका ११ पार्वती । १२ स्तुति १३ एक यज्ञपात्र १४ आहुति जो प्रयाजा और अनुयाजा के बीच दी जाती है । १२ आसोमपा नामक एक अप्रिय देवता । १३ नय देवता | इडाचिका (स्त्री० ) परं । बरैया। इडिका ( स्त्री० ) धरसी। पृथिवी इडिकः (१०) जंगली बकरा। इस ( क्रि० ) जाना । २ स्मरण किया इतरतः । ( अध्यमा० ) १ अन्यथा } अन्यन्त्र । २ भिन्नत्व | इतरत्र इतिहासः ( पु० ) १ पुस्तक जिसमें बीते हुए काल की प्रसिद्ध घटनाओं और तत्कालीन प्रसिद्ध पुरुषों का वर्णन हो २ वह ग्रन्थ जिसमें धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष का उपदेश प्राचीन कथानकों से युक्त हो । तवारीख [ संस्कृत साहित्य में इतिहास
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