प्रामुष्याया ( १३५ ) आयत प्रामुष्यायण ( वि० ) 1 [स्त्री० -श्रामुष्यायणी] | आम्रेडनम् ( न० ) पुनरावृत्तिः | दुहराना | फेरना । प्रामुष्यायणः (पु० ) सत्कुलोद्भव । किसी प्रसिद्ध पुरुष का पुत्र | श्रामुख्ता करना | आप्रेंडितम् (न० ) किसी शब्द या स्वर का बार बार दुहराया जाना व्याकरण की एक संज्ञा । ) ( स्त्री० ) ( न० ) १ खटाई । तुर्शी | ( पु० } इमली का पेड़ | आम्ला आलिका } (स्त्री- ) इमली का वृक्ष । मोचनम् ( न० ) १ खोल देना | ढील देना | छोड़ देना | २ गिराना | निकालना | उड़ेलना | २ बाँध रखना । प्रमोटनम् ( न० ) कुचलना । पीस डालना । मोदः ( पु० ) १ हर्य । आनन्द । प्रसन्नता । २ सुगन्धि | सुवास | ग्रामोदन (वि० ) प्रसन्नकारक । हर्षप्रद । आमोदनं ( न० ) १ प्रसन्नता | हर्ष | २ सुवासित करना। सौरभान्वित करना । आमोदिन (वि० ) प्रसन्न । हर्षित | सुवासित । मोषः (पु० ) चोरी । डाँका । पिन (०) चोर। ध्यानात ( ३० कृ० ) १ विचारित । २ अधीत । पुनरावृत्त | ३ स्मरण किया हुआ | ४ परंपरागत प्राप्त । आम्नानं (न० ) अध्ययन यः (पु० ) १ ( ब्राह्मण, उपनिषद और आर सयकों सहित ) वेद । २ वंशपरम्परागत परिपाटी । कुल की रीतिभाँति | ३ विश्वासमूलक उपदेश । गुरोपदिष्ट शिक्षा ४ परामर्श मंत्रणा या उपदेश । आंबियः ) ( पु० ) धृतराष्ट्र और कार्तिकेय की आम्बिकेयः उपाधि | []) (चि० ) [ स्त्री० --आम्भासिकी ] आम्भासिक) पनीला । रसोला । आंसिकः आम्भासिकः } ( पु० ) मत्स्य । माही । आः (पु० ) आम का पेड़ । कूटः ( पु० ) एक पर्वत का नाम । - पेशी (स्त्री० ) अमावट । आम का रस जो जमा कर सुखा लिया जाता है। - वर्ण ( न० ) आम का कुञ्जवन । आम की उद्यानवीथिका । आ ( न० ) श्राम के वृक्ष का फल । आत्रातः (पु०) आमाड़ा का पेड़ आत्रातम ( न० ) आमड़ा के पेड़ का फल । तकः (०) १ आमड़ा का वृक्ष । २ अमावट । प्रायः (पु० ) आगमन आना २ धनप्राप्ति | धनागम | ३ आय। आमदनी प्राप्ति । ४ लाभ | फायदा । नफ़ा | ५ जनानखाने का रक्षक /- व्यय (द्विवचन) आमदनी खर्च यः शुलिक (वि० ) [ स्त्री० - [प्रायः शूलिकी, 1 कार्यतत्पर । परिश्रमी : अलिष्ट । अध्यवसायी । प्रायःशूलिकः ( पु० ) अपनी उद्देश्य सिद्धि के लिये जोरदार उपायों से काम लेने वाला पुरुष । चायत ( व० ० ) १ लंबा | २ विस्तृत | परिव्याप्त ३ बड़ा | ४ आकर्षित | ईचा हुआ । ५ मुबा हुआ । रुह 1- अक्ष, ( वि० ) प्रती, ( स्त्री० ) - ईक्षण, नेत्र, लोचन, ( वि० ) बड़े नेत्रों वाला या बड़े नेत्रों वाली । अपाङ्ग बड़े कोए वाली आँखे-आयतिः, ( स्त्री० ) बहुत दिनों बाद आने वाला भविष्यकाल - छदा, (स्त्री० ) केले का पेड़ । कदली वृक्ष - लेख, ( वि० ) बहुत मुड़ा हुआ /-~-स्तू, (पु० ) भाट । स्तुतिवादक। आयतः (पु० ) चौड़ाई की अपेक्षा लंबा अधिक। आयतनम् १ ( न० ) १ स्थान । निवासस्थान । घर । डेरा | २ अग्निवेदी । अग्निकुण्ड | ३ देवालय । मन्दिर । ४ घर का स्थान | आयतिः ( स्त्री० ) १ लंबाई । बिस्तार | २ भविष्यद् काल । भविष्य | ३ भावी फल । ४ राजश्री । प्रताप | महिमा । ५ हाथ बढ़ाना । स्वीकृति । प्रसि । ६ कर्म । आयत (व० कृ०) 1 अवलम्बित पराधीन । परतंत्र | २ शिक्षणीय वश्य । नन्न ।
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