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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४७

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अनीकम ( ४० ) अनुक्रमणं १ जमाय। भुंड । २ लड़ाई अनुकंप } (१०) दया | करुया । कोमलता । सहानुभूति | अनीकम् ( न० ) आमना-सामना । युद्ध ३ पंक्ति अवजी | अनुकम्पसम् ४ सामना । मुख्य प्रधान । ध्यनीकिनी (पु०) १ सेना ! बुल फौज | २ तीन [1] चमू या अचौहिणी सेना का दसयों भाग । अनुकंपा } ( स्वी० ) दया । कण्या | I अनील (वि० ) जो नीला न हो। सफेद - या जिन् | अनुकंप्य } ( स० का० कृ० ) व्यापात्र | कृपाशुत्र अनुकम्प्य) सहानुभूति दिखलाने योग्य दयनीय । अनुकंप्य: } (पु० ) हलकारा। दूत शीघ्र सन्देशा से अनुकम्यः जाने वाला। ( पु० ) सफेद घोड़ों वाला। अर्जुन की उपाधि । श्यनरेश ( वि० ) १ सर्वोपरि । सर्वोद | २ जो किसी पर अपनी सत्ता था धातक न रखता हो। जो स्वामी या मालिफ न हो । अनीशः ( पु० ) विष्णु का नाम । असंयत अनीश्वर (वि० २ अयोग्य | ३ ईश्वर सम्बन्धी नहीं। नास्तिकता वाला-वादः (पु.) नास्तिकवाद । नास्तिक | 1 प्री (वि० ) निःस्पृह निरपेड़ | फलाशारहित । अनिच्छुक अनीहा (स्त्री०) अनिच्छा निःस्पृहता अनुकथनम् (न० ) १ पीछे का वर्णन | २ सम्बन्ध । ३ संवाद । वार्तालाप । अनुकरणम् ( न० ) (१ नकल उतारना | २ प्रति- अनुकृतिः (स्त्री० ) } लिपि । समानता। एक- रूपता । अनुकनीयस् (वि०) दूसरा सब से छोटा (उम्र में) । अनुकम्पक ( वि० ) दयालु | दयावान कश्या पूर्ण अनुक ( 30 ) ) १ पीछे घसीटना २ रथ के अनुकर्षणम् (सी० )) नीचे रहने वाली लकी जिसके सहारे पहिये रहते हैं। अनुकल्पः (५०) गौस कल्प उसके प्रतिनिधि की कल्पना अनु ( अभ्यया० ) यह एक उपसर्ग है (इसका प्रयोग संज्ञाओं के साथ क्रियाविशेषणात्मक अनुकार देखो “अनुकरणं " । समासों के बनाने में या क्रियाओं अथवा क्रियाओं | अनुकाल (वि० ) सामायिक | मौके का · की धातुओं में होता है पीछे पश्चात् २ साथ। पास पास ३ साथ | ४ अश्रेष्ठ या आश्रित् ५ विशेष सम्बन्ध से सम्बन्ध में या । वस्था में ६ साझा | ७ दुहराना । = दिन | अनुकूल ( वि० ) १ पक्ष में | अभिमत | मनोश । प्रति दिन ६ ओर । तरफ | १० क्रम से एक के बाद एक | मुआाफिक | २ सदय | दोस्ताना | ३ समर्थनीय | अनुकूल: (पु० ) विश्वस्त और दयालु पति । नायक विशेष | समान । मानों । १२ समर्थनीय समर्थन करने योग्य अनुक ( वि० ) १ लालची। अभिलाषी । २ कामी। लम्पट । इन्द्रियदास | अनुकम् ( न० ) वितर्क | युक्ति। मुख्य के अभाव में प्रतिनिधि | अनुकामीन ( वि० ) स्वेच्छापूर्वक गमन या सहर्ष गमन | स्वेच्छाचारिता | अनुकीर्तनम् ( न० ) प्रकाशन या प्रकटन ग्रा घोषणा करने की क्रिया . अनुकूलम् ( न० ) १ कृपा | अनुग्रह | २ सहायता | प्रसन्नता । अनकूलयति ( धा० परमै० ) मिलाना । अपने पक्ष में कर लेना। राजी कर लेना। अनुक (वि० ) धारे की तरह दाँतों वाला। अनुक्रमः ( पु० ) १ सिलसिला क्रम तरतीय । परिपाठी | यथाक्रम | २ विषयसूची | अनुक्रम ( न० ) १ सिलसिलेवार बढ़ना । २ अनु- गमन ।