SACTIO अनियत अनार्थ (वि० ) जो ऋऋषियों का प्रोक न हो । | अनिकेत (वि० ) गृहद्दीन आवारा। जिसके घर अवैदिक । न हो और बेमतलब इधर उधर घूमा करे। अनिगी (चि० ) १ जो निगला हुआन हो। अमुक्त। २ अकथित | ३ जो छिया न हो । प्रकट । प्रत्यक्ष अनिच्छ } ( पु० ) सहारे का अभाव ! आधार अनिच्छक | ( वि० ) इच्छा न रखने वाला । अन- शूभ्यता । भिलाषी | निराकांक्षी । जिसे चाह अनिच्छत् अनिच्छु अनिच्छुक . अनालंब }{ वि० ) निराश्रित | बिना सहारे का । अनालस्त्र प्रनालंबः अनालम्बः धनालंबी ) (स्त्री० ) शिवजी की बीणा या शनालम्बी सारंगी । न हो। २ अनित्य ( वि० ) १ जो सनातन न हो । २ विनश्वर । विनाशी नाशवान । २ अस्थायी । अधुव ४ असाधारण । अनिमित १ अस्थिर । चञ्चल ६ सन्दिग्ध संशयात्मक । दत्तः, - दत्तकः, -- इत्तिमः ( पु० ) पुत्र जो किसी दूसरे को कुछ दिनों के लिये दे दिया आय । अनाविद्ध ( वि० ) जो छेदा न गया हो। जो अनावृत्तिः ( स्त्री० ) : अपरावर्तन । फिर न जन्मना । मोह | | अनिष्यम् (श्रव्यवा०) १ कभी कभी । हठात् । दैवात् । [विशेष | इति विशेष | दि (वि०) निरहित जागता हुआ (आलं० ) अनावृष्टिः (स्त्री०) सूखा। वर्षा का अभाव। उपद्रव जागरूक | सावधान सतर्क । थनाअमिन् (पु०) वह जो चार आश्रमों में से किसी भी आश्रम में न हो। जो आश्रमी न हो। अनालंबुका अनालम्बुका अनालंभुका अनालम्भुका (स्त्री०) रजस्वला स्त्री । अनावर्तिन (वि०) फिर न होने वाला फिर न लौटने वाला। [छिदा न हो। “समावी न तिष्ठेनु हममेकमपि द्विज " अनाधव ( वि० ) जो किसी का कहना न सुने। या कहने पर कान न दे। [किया गया हो। . ) अनाहूत (वि० ) अनिमंत्रित विना बुलाया हुआ। विना न्योता हुआ ।उपजल्पिन् विना कहे बोलने वाला या शेखी बघारने वाला उपविष्ट (वि० ) अनिमंत्रित था कर बैठा हुआ। 1 अनिन्द्रियं ( न० ) १ कारण । २ इन्द्रियों में से कोई इन्द्री नहीं, मन । अनिभृत ( वि० ) १ सार्वजनिक | खुलंखुटा । धनछिपा हुआ। २ लज्जाहीन । बेहया साहसी । ३ अस्थिर। जो हद न हो। चपल अविनीत । मक्षिका | अश्वसू (वि० ) अनखाया हुआ। जो भोग न | अनिकः ( पु० ) मेंढक | २ कोयल | ३ मधु- अनास्था (स्त्री०) १ निरपेक्षता अश्रद्धा २ अनादर । नाहत (वि० ) 1 नया ( कपड़ा ) । कोरा कपड़ा। २ तंत्रशास्त्रानुसार हृदयस्थित द्वादशदल कमल । ३ मध्यम | वाक् | ४ आघात रहित वस्तु । अनाहार (वि० ) उपवास किये हुए । अनाहारः (पु० ) उपवास । कड़ाका । लंघन | अनाहुतिः (स्त्री०) अमहवनीय कोई हवन, जो हवम | अनिमेष के नाम से कहलाने के अयोग्य हो । २ अनुचित बलि या अध्यं । प्रनिमित्तम् (न०) १ किसी उपयुक्त कारण या अवसर- का प्रभाव २ अपशकुन बुरा शकुन । अनिमिष ) ( वि० ) उहतापूर्वक नियुक्त या नियत 5 स्पन्दनहीन (नेत्र ) दृषि, लोचन (वि०) विना पलक झपकाये देखना। [आचार्य । अनिमिषाचार्यः ( पु० ) गुरु बृहस्पति देवताओं के अनिमेषः (पु० ) १ देवता | २ मछली |३ विष्णु । अनियत ( वि० ) १ असंयत २ सन्दिग्ध | अनि यमित ३ कारयन्त्र ४ नश्वर यात्मन् (वि० ) असंयत । -पुंसका ( वि० ) दुधारिणी अनिमित्त (वि०) अकारण। आाधाररहित ।~-निरा- क्रिया (स्त्री० ) बुरे शकुनों को पलट देने की
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४५
दिखावट