पृष्ठम्:वायुपुराणम्.djvu/२१३

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१८४ ७ किं रोदिषीति तं ब्रह्मा रुदन्तं पुनरब्रवीत । नाम देहि द्वितीयं मे इत्युवाच स्वयंभुवम् भवस्त्वं देव नाम्नाऽसि इत्युक्तः सोऽरुदत्पुनः । कि रोदिषीति तं ब्रह्मा प्रत्युवाचाथ शंकरम् ॥८ तृतीयं देहि मे नाम इत्युक्तः प्रत्युवाच तम् । शिवस्त्वं देव नाम्नाऽसि इत्युक्तः सोऽरुदत्पुनः ॥e कि रोदिषीति तं ब्रह्मा रुदन्तं पुनरब्रवीत् । चतुर्थं देहि मे नाम इत्युवाच स्वयंभुवस् १० पशूनां त्वं पतिर्देव इत्युक्तः सोऽरुदत्पुनः । क रोदिषीतितं ब्रह्मा रुदन्तं पुनरब्रवीत् ११ पवमं देही मे नाम इत्युक्तः प्रत्युवाच तम् । ईशस्त्वं देव नाम्नाऽसि इत्युक्तः सोऽरुदत्पुनः । ।१२ कि रोदिषीति तं ब्रह्मा रुदन्तं पुनरब्रवीत् । षष्ठं मे नाम देहीfत इत्युवाचाथ तं प्रभुम् ॥१३ भीमस्वं देव नाम्नासि इत्युक्तः सोऽरुदत्पुनः । किं रोदिषीति तं ब्रह्मा रुदन्तं पुनरननीत् ॥१४ सप्तमं देहि मे नाम इत्युक्तः प्रत्युवाच तम् । उग्रस्त्वं देव नाम्नाऽसि इत्युक्तः सोऽरुदत्पुनः ॥१५ कि रोदिषीति तं ब्रह्मा रुदन्तं पुनरब्रवीत् । अष्टमं देहि मे नाम त्वं विभो पुनरब्रवीत् । महादेवस्तु नाम्नाऽसि इत्युक्तो विरराम हे १६ लब्ध्वा नामानि चैतानि ब्रह्मणो नीललोहितः । प्रोवाच नाम्नामेतेषां स्थानानि प्रदिशेतिह ॥१७ 1 कोजिये । पितामह ने कहा—तुम्हारा नाम रुद्र होगा। वह फिर रोने लगा ।६। और पूछे जाने पर दूसरा नाम रखने लिये कहा । यह सुनकर ब्रह्मा ने कहा—तुम्हारा दूसरा नाम भव होगा । पुनः उसको रोते देखकर ब्रह्मा ने उस शंकर से कहा, तुम क्यों रो रहे हो ? १७-८ । ‘शंकर ने कहा’ ‘मेरा तीसरा नाम रखिये" यह सुनकर उन्होने कहा 'तुम्हारा तीसरा नाम शिव होगा’ । पुनः वह रोने लगा। चौथी बार उसको रोते देखकर ब्रह्मा ने पूछा ‘अब यो रो रहे हो ?' 'मेरा चौथा नाम रखिये' 'तुम पशुओं ( प्राणियों ) के पति अर्थात् पशुपति नाम से प्रसिद्ध होगे' यह चौथा नामकरण होने पर भी वह रोने लगा। उसको इस प्रकार रोदन करते देख ब्रह्म ने पुनः रोने का कारण पूछा ।e११। तब उसने कहा 'मेरा T पाँचवाँ नाम रखिये । “‘देव ! तुम्हारा पाँचवाँ नाम ईश होगा' । यह सुनकर वह पुनः रोने लगा। छठे वार उसको रोते देखकर ब्रह्मा ने पुनः पूछा तुम अब क्यों रो रहे हो ? 'मेरा छठा नाम रखिये' उसने ब्रह्मा से कहा ।१२-१३। ब्रह्म ने कहा—‘देव ! तुम्हारा छठ नाम भीम होगा ॥’ छठा नाम सुनकर भी वह रोता ही रहा। उसको रोते देखकर पुनः ब्रह्मा ने पूछा अब मयो रो रहे हो ? ।१४। उसने कहा-‘मेरा सातवां नाम रखिये । ' तव ब्रह्मा ने कहा-‘देव ! तुम्हारा सातवॉ नाम उग्र होगा । सातवीं नाम सुनकर भी वह रोता ही रहा । उसको पुनः रोते देखकर ब्रह्मा ने पूछा -'अब क्यों रो रहे हो ?’ उसने उत्तर दिया ‘मेरा आठवां नाम रखिये । ब्रह्मा ने कहा—‘देव तुम्हारा आठवीं नाम महादेव होग’ । यह कहकर ब्रह्मा चुप हो गये ।१५१६ ब्रह्मा से इस प्रकार आठ नामों को प्राप्त कर नीललोहित ने कहा कि अब आप इन नामों का स्थान