पृष्ठम्:Advaita Siddhi with Guru Chandrika vyakhya.djvu/१२०२

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सं. पु. 1 1 3 71 1 146 1 169 संबन्धिभेदात्सत्तैव-वाक्यपदीय :3-33 1 275 स यत्र किंचित्पश्यति बृ. 4-3-15 3 60 स यो हैतन्महद्यक्षम् – वृ. 5-1-1 281 सरस्वतीमाज्यस्य यजेत ? 1 -- 2 2 95 सर्वतीर्थदृशां सिद्धिः - बृ. वार्तिकम् 4-3-156 95 सर्वतीर्थदृशां तावत् बृ. वार्तिकम् सर्व कर्माखिलं पार्थ-गीता 1-33 1-3-158 2 197 2 2 :376 सर्वे वस्तु ज्ञाततया - विवरण 99 पुट 259 सर्वप्रातिपदिकेभ्यः चै वार्तिक

34 सर्वनाम्नां बुद्धिविषयत्व ?

2 1 123 सर्वप्रत्ययवेद्येऽस्मिन्- ब्र. सि. 1-3 2 288 सबै समाप्नोषि- भा. 162 सर्वकार्यप्रमासाधारणम् ? 136 सर्वस्य कर्तृत्वादेव - विवरण 900 पुर सर्वभूतेषु गूढः – श्वे. 6 - 11 235 1 2 274 3 समानानेक न्या. सू. 1-1-13 समारोप्यस्य रूपेण-भाम. 1-2-1 सम्यग्ज्ञानविभावसुः - सं. शा 4-38 1 1 1 176 1 50 310 सर्व खल्विदं ब्रह्म - छा. 3-14-1 सर्व तं परादात् — बृ. 1-3-7 88 सर्व वै तेऽन्नमाप्नुवन्ति तै. उ. 2-2-1 2 232 सर्वाणि ह वा इमानि - छा. 1-9-1 197 सर्वापेक्षा च – ब्र सू. 3-4-26 2 2 सर्व कार्यमभावपुरःसरम् - विवरण 913 पुट 17 सर्वादीनि सर्वनामानि - पा. सू. 1-1-27 53 सर्वाः प्रजाः अहरहर्ब्रह्म - - छा. -- 8-3-2 3 2 287 सर्वेषु भूतेष्वोतम् ? 2 127 सर्वेभ्यो दर्शपूर्णमासौ ?