पृष्ठम्:Rig Veda, Sanskrit, vol8.djvu/४८५

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सहस्रजित - ऋग्वेदे ममाप्ये हारी सहुस्रऽजित्- जित् ९,७८,४, ८४,४, सुत | सुहस्र॑मस्- सम् ९,६०, २, ६४,०५, २६, १,१८८, १, ५०६६, ९,५५,४,८०,४. स॒हस्र॑ऽदक्षिण- णा १०, १५४, ३, १०,३३,५ सहस्रदा वा १०,६२,११ सहस॒ज्दातम- सम् ६, ४५,३३० स॒हस्र॑ऽदातु- तु २७२,९. स॒हस्र॑दान ना--न ७,३३, १३ मा ३,३०, ७. सदावर् म् १, १७५. स॒दद्दद्वारम् ७,८८,५ राहुबड्या १०,११४८ सहस्रधार, रा-२ ९१३,१, ५२, २, ८६,७, ३३,८९,१९६ ९७.५, १९, १०१, ६, १०७.१७ १०९१६६ १९ ११०१० ९२६, २, ८०, ४, १०८,८ ११ - रा ४,४१,५, १०१०१९, १३३७, राम् १०, ७४, ४, ३९ ७३४, ७, ४, ६ स॒स्रऽनिर्मज्। णि॑िष्1- निजम् ८,८,१५, र्निजा ८, ११, १४. सुनीत] [[]] ति ९७१,७ सहनीय [ J६ ३ ६०, ७, ९,८५,४, ९६६१८ - १०,१५४, ५ ८,५७,७ जस ९,१३३, ४१.३. म॒हस्र॑प्रायस् था ७,१४ १०,९०, ११ पात्रम् ८,६९ १६. १२३२,५ पिणम् ८,१०३,४. ध्येयम् ६३५,१० शयन,४. स॒हस्र॑ऽसृष्टि-ष्टि १,८०, १२, ९८३,५६, ४०, टिम् १८५९॥ ५,३४,१, ६,१७,१० स॒हस्व॑ऽमघ[स्र"] - -घम् ७,८८, १ स॒हस्र॑मी- १, ११३, १०. स॒हस्र॑ऽमुष्क- सग्रमुक ६, ४६, ३, कम्, ८, १६.३२ स॒हस्र॑म्ऽऊति ति, १,५२,० सहस्रमहर [६]-२, ६, १ स॒हस्रैऽयामन्- -मा ९१०६,५ स॒हस्र॑रेतस्- -ता ४,५,३, ९,९६,८,१०,१० स॒दत् - वत् ३,१३,७, ८,२४,२९, १०, ११८८४५२६ हरमू ६० • ९४,२. स॒हस्र॑ऽवर्चस्- सम् ९, १२,९, ४३,४, सुर्य खाम् ७, ३३९,९५,१०, ३.८,११. सुर्घऽज्ञान, जा- अम् १०१०४,७,८ ६२,१० सहस्रंदौर-नम् १.१८८,४. सहस]८,३४, १५. स॒हस्र॑ऽशीष॑न्- - प १०,१०,१ स॒हस्र॑ह-५१,८, ७,५५५ सुहोस् का १०,९४. सहुसुइसा--सा १,१८८३, ४३,१०६ ४७,२, ८२,५, ८७,४, १६.१४, २०१४, ६, १०८, ३३ -सम् १,१०,११,११५ ११५२४८१०३,३९५४,१ मामा-म ११०५१, ३११० -मम् १,१८, ६४५, १३ -माम ६ १०.१०० गुरुवरी [ ४६३: ] ३,५१,११ २०,६९,