पुटमेतत् सुपुष्टितम्
iv
विषय | पुटसंख्या |
वैद्यनाथमतानुवादः ... ... | 74 |
62 काव्यलिङ्गालङ्कारः ... ... ... | 75 |
वाक्यार्थहेतुककाव्यलिङ्गोदाहरणानि ... ... | 75 |
अस्यैव मालारूपत्वम् ... ... ... | 88 |
पदार्थहेतुककाव्यलिङ्गोदाहरणानि ... ... | 93 |
क्वचित्पदार्थवाक्यार्थयोः परस्परसापेक्षयोर्हेतुत्वम् ... | 101 |
दीक्षितमतानुसारेण परिकरादस्य काव्यलिङ्गस्य भेदप्रपञ्चनम् ... | 107 |
रसगङ्गाधरकृन्मतरीत्याऽस्यालङ्कारस्य लक्षणप्रदर्शनम् ... | 107 |
अस्यैवालङ्कारत्वाभावविचारः ... ... | 112 |
63 अर्थान्तरन्यासालङ्कारः ... ... ... | 113 |
अस्य भेदनिरूपणम् ... ... ... | 113 |
अस्यैवालङ्कारताप्रयोजकस्य प्रदर्शनम् ... ... | 137 |
64 विकस्वरालङ्कारः ... ... ... | 138 |
65 प्रौढोक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 140 |
रसगङ्गाधरमतरीत्या लक्षणान्तरम् ... ... | 140 |
66 संभावनालङ्कारः ... ... ... | 142 |
67 मिथ्याध्यवसित्यलङ्कारः ... ... ... | 152 |
68 ललितालङ्कारः ... ... ... | 154 |
अस्यालङ्कारान्तरेऽन्तर्भावविचारः ... ... | 157 |
69 प्रहर्षणालङ्कारः ... ... ... | 159 |
70 विषादनालङ्कारः ... ... ... | 164 |
71 उल्लासालङ्कारः ... ... ... | 166 |
भेदप्रदर्शनपुरस्सरमुदाहरणानि ... ... | 166 |
अलङ्कारान्तरेणैवास्य चारितार्थ्यविचारः ... ... | 185 |
72 अवज्ञालङ्कार ... ... ... | 186 |