"कथासरित्सागरः/लम्बकः १२" इत्यस्य संस्करणे भेदः
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*[[/तरङ्गः ०१|तरङ्गः १]] |
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मंगलाचरणम् |
मंगलाचरणम् ; नरवाहनदत्तस्य कथा (क्रमागत) ; शृगाल्याः कथा ; वामदत्तस्य कथा ॥ |
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*[[/तरङ्गः ०२|तरङ्गः २]] |
*[[/तरङ्गः ०२|तरङ्गः २]] |
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मृगांकदत्तस्य कथा |
मृगांकदत्तस्य कथा; राज्ञः मद्रबाह्वः कथा; पुष्कराक्षस्य |
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कथा |
कथा; पुष्कराक्ष एवं विनयवत्याः पूर्वजन्मस्य कथा ॥ |
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*[[/तरङ्गः ०३|तरङ्गः ३]] |
*[[/तरङ्गः ०३|तरङ्गः ३]] |
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मृगांकदत्तस्य उज्जयिनी-गमनम् |
मृगांकदत्तस्य उज्जयिनी-गमनम् ; श्रुतधेः कथा ।। |
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*[[/तरङ्गः ०४|तरङ्गः ४]] |
*[[/तरङ्गः ०४|तरङ्गः ४]] |
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मृगांकदत्त एवं प्रतीहारस्य साहसम् |
मृगांकदत्त एवं प्रतीहारस्य साहसम् ।। |
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*[[/तरङ्गः ०५|तरङ्गः ५]] |
*[[/तरङ्गः ०५|तरङ्गः ५]] |
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गुणाकरस्य वृत्तान्तम् |
गुणाकरस्य वृत्तान्तम्; विनीतमतेः कथा; पवित्र |
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- वराहस्य कथा |
- वराहस्य कथा; देवभूतेः कथा; दानपारमितायाः |
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कथा |
कथा; शीलपारमितायाः कथा; क्षमापारमितायाः कथा |
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; धैर्यपारमितायाः कथा ; ध्यानपारमितायाः |
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कथा |
कथा; प्रज्ञापारमितायाः कथा ।। |
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*[[/तरङ्गः ०६|तरङ्गः ६]] |
*[[/तरङ्गः ०६|तरङ्गः ६]] |
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मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत) |
मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत); विचित्रकथस्य कथा; - श्रीदर्शनस्य कथा; सौदामिन्याः कथा; सुनन्दनस्य |
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कथा |
कथा; श्रीदर्शन एवं अनंगमंजर्याः कथा ।। |
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*[[/तरङ्गः ०७|तरङ्गः ७]] |
*[[/तरङ्गः ०७|तरङ्गः ७]] |
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मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत) |
मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत); शंखदत्तस्य कथा ॥ |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1dj तरङ्गः ८] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1dj तरङ्गः ८] |
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वेतालपञ्चविंशतिः |
वेतालपञ्चविंशतिः; राजा त्रिविक्रमसेनस्य कथा; प्रथम वेतालः : पद्मावत्याः कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1dh तरङ्गः ९]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1dh तरङ्गः ९]] |
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द्वितीय वेतालः : |
द्वितीय वेतालः : त्रयाणां तरुण ब्राह्मणानां कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1dg तरङ्गः १०]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1dg तरङ्गः १०]] |
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तृतीय वेतालः : शुक-सारिकाया- कथा |
तृतीय वेतालः : शुक-सारिकाया- कथा ; सारिका - कथितं कथा; शुक - कथितं कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1df तरङ्गः ११]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1df तरङ्गः ११]] |
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चतुर्थ वेतालः : वीरवरस्य कथा |
चतुर्थ वेतालः : वीरवरस्य कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1de तरङ्गः १२]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1de तरङ्गः १२]] |
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पंचम वेतालः : सोमप्रभायाः कथा |
पंचम वेतालः : सोमप्रभायाः कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1dc तरङ्गः १३]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1dc तरङ्गः १३]] |
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षष्ठ वेतालः : रजक-कन्यायाः कथा |
षष्ठ वेतालः : रजक-कन्यायाः कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1dd तरङ्गः १४]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1dd तरङ्गः १४]] |
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सप्तम वेतालः : सत्त्वशीलस्य कथा |
सप्तम वेतालः : सत्त्वशीलस्य कथा ॥ |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1db तरङ्गः १५]] |
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अष्टम वेतालः : त्रि चतुर पुरुषाणां कथा |
अष्टम वेतालः : त्रि चतुर पुरुषाणां कथा |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1da तरङ्गः १६]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1da तरङ्गः १६]] |
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नवम वेतालः : राजकुमार्याः अनंगरत्याः कथा |
नवम वेतालः : राजकुमार्याः अनंगरत्याः कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1d9 तरङ्गः १७]] |
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दशम वेतालः : मदनसेनायाः कथा |
दशम वेतालः : मदनसेनायाः कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1d7 तरङ्गः १८]] |
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पङ्क्तिः ६१: | पङ्क्तिः ६१: | ||
*[https://sa.wikisource.org/s/1d8 तरङ्गः १९]] |
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द्वादश वेतालः : यशःकेतोः कथा |
द्वादश वेतालः : यशःकेतोः कथा |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1d6 तरङ्गः २०]] |
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त्रयोदश वेतालः : ब्राह्मण हरिस्वामिनः कथा |
त्रयोदश वेतालः : ब्राह्मण हरिस्वामिनः कथा |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1d5 तरङ्गः २१]] |
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चतुर्दश वेतालः : वणिक्पुत्र्याः कथा |
चतुर्दश वेतालः : वणिक्पुत्र्याः कथा |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1d4 तरङ्गः २२]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1d4 तरङ्गः २२]] |
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पंचदश वेतालः : शशिप्रभायाः कथा |
पंचदश वेतालः : शशिप्रभायाः कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1d3 तरङ्गः २३]] |
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षोडश वेतालः : जीमूतवाहनस्य कथा |
षोडश वेतालः : जीमूतवाहनस्य कथा |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1d2 तरङ्गः २४]] |
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सप्तदश वेतालः : उन्मादिन्याः कथा |
सप्तदश वेतालः : उन्मादिन्याः कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1d1 तरङ्गः २५]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1d1 तरङ्गः २५]] |
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अष्टादश वेतालः : ब्राह्मणकुमारस्य कथा |
अष्टादश वेतालः : ब्राह्मणकुमारस्य कथा |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1d0 तरङ्गः २६]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1d0 तरङ्गः २६]] |
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एकोनविंश वेतालः : |
एकोनविंश वेतालः : चन्द्रस्वामिनः कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1cz तरङ्गः २७]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1cz तरङ्गः २७]] |
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विंश वेतालः : राजा एवं ब्राह्मणपुत्रस्य कथा |
विंश वेतालः : राजा एवं ब्राह्मणपुत्रस्य कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1cy तरङ्गः २८]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1cy तरङ्गः २८]] |
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एकविंश वेतालः : अनंगमंजरी एवं मणिवर्मणः कथा |
एकविंश वेतालः : अनंगमंजरी एवं मणिवर्मणः कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1cx तरङ्गः २९]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1cx तरङ्गः २९]] |
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द्वाविंश वेतालः : चत्वारि ब्राह्मण भ्रातॄणां कथा |
द्वाविंश वेतालः : चत्वारि ब्राह्मण भ्रातॄणां कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1cw तरङ्गः ३०]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1cw तरङ्गः ३०]] |
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त्रयोविंश वेतालः : परकाय-प्रवेशनात् पूर्वं |
त्रयोविंश वेतालः : परकाय-प्रवेशनात् पूर्वं रुदनकर्तृकस्य तपस्विनः कथा |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1cv तरङ्गः ३१]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1cv तरङ्गः ३१]] |
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चतुर्विंश वेतालः : एकं अद्भुत कथा |
चतुर्विंश वेतालः : एकं अद्भुत कथा ।। |
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*[https://sa.wikisource.org/s/1cu तरङ्गः ३२]] |
*[https://sa.wikisource.org/s/1cu तरङ्गः ३२]] |
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पंचविंश वेताल : भिक्षु क्षान्तिशीलस्य कथा |
पंचविंश वेताल : भिक्षु क्षान्तिशीलस्य कथा (वेतालपंंचविंशतिः समाप्तम्) |
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*[[/तरङ्गः ३३|तरङ्गः ३३]] |
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मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत) |
मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत) ।। |
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*[[/तरङ्गः ३४|तरङ्गः ३४]] |
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व्याघ्रसेनस्य कथा |
व्याघ्रसेनस्य कथा; सुन्दसेन एवं मन्दरावत्याः कथा |
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*[[/तरङ्गः ३५|तरङ्गः ३५]] |
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पङ्क्तिः ११२: | पङ्क्तिः ११२: | ||
*[[/तरङ्गः ३६|तरङ्गः ३६]] |
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मृगांकदेव एवं शशांकवत्याः कथा |
मृगांकदेव एवं शशांकवत्याः कथा |
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०६:२१, १९ एप्रिल् २०१७ इत्यस्य संस्करणं
मंगलाचरणम् ; नरवाहनदत्तस्य कथा (क्रमागत) ; शृगाल्याः कथा ; वामदत्तस्य कथा ॥
मृगांकदत्तस्य कथा; राज्ञः मद्रबाह्वः कथा; पुष्कराक्षस्य कथा; पुष्कराक्ष एवं विनयवत्याः पूर्वजन्मस्य कथा ॥
मृगांकदत्तस्य उज्जयिनी-गमनम् ; श्रुतधेः कथा ।।
मृगांकदत्त एवं प्रतीहारस्य साहसम् ।।
गुणाकरस्य वृत्तान्तम्; विनीतमतेः कथा; पवित्र - वराहस्य कथा; देवभूतेः कथा; दानपारमितायाः कथा; शीलपारमितायाः कथा; क्षमापारमितायाः कथा
- धैर्यपारमितायाः कथा ; ध्यानपारमितायाः
कथा; प्रज्ञापारमितायाः कथा ।।
मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत); विचित्रकथस्य कथा; - श्रीदर्शनस्य कथा; सौदामिन्याः कथा; सुनन्दनस्य कथा; श्रीदर्शन एवं अनंगमंजर्याः कथा ।।
मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत); शंखदत्तस्य कथा ॥
वेतालपञ्चविंशतिः; राजा त्रिविक्रमसेनस्य कथा; प्रथम वेतालः : पद्मावत्याः कथा ।।
द्वितीय वेतालः : त्रयाणां तरुण ब्राह्मणानां कथा ।।
तृतीय वेतालः : शुक-सारिकाया- कथा ; सारिका - कथितं कथा; शुक - कथितं कथा ।।
चतुर्थ वेतालः : वीरवरस्य कथा ।।
पंचम वेतालः : सोमप्रभायाः कथा ।।
षष्ठ वेतालः : रजक-कन्यायाः कथा ।।
सप्तम वेतालः : सत्त्वशीलस्य कथा ॥
अष्टम वेतालः : त्रि चतुर पुरुषाणां कथा
नवम वेतालः : राजकुमार्याः अनंगरत्याः कथा ।।
दशम वेतालः : मदनसेनायाः कथा ।।
एकादश वेतालः : राज्ञः धर्मध्वजस्य कथा
द्वादश वेतालः : यशःकेतोः कथा
त्रयोदश वेतालः : ब्राह्मण हरिस्वामिनः कथा
चतुर्दश वेतालः : वणिक्पुत्र्याः कथा
पंचदश वेतालः : शशिप्रभायाः कथा ।।
षोडश वेतालः : जीमूतवाहनस्य कथा
सप्तदश वेतालः : उन्मादिन्याः कथा ।।
अष्टादश वेतालः : ब्राह्मणकुमारस्य कथा
एकोनविंश वेतालः : चन्द्रस्वामिनः कथा ।।
विंश वेतालः : राजा एवं ब्राह्मणपुत्रस्य कथा ।।
एकविंश वेतालः : अनंगमंजरी एवं मणिवर्मणः कथा ।।
द्वाविंश वेतालः : चत्वारि ब्राह्मण भ्रातॄणां कथा ।।
त्रयोविंश वेतालः : परकाय-प्रवेशनात् पूर्वं रुदनकर्तृकस्य तपस्विनः कथा
चतुर्विंश वेतालः : एकं अद्भुत कथा ।।
पंचविंश वेताल : भिक्षु क्षान्तिशीलस्य कथा (वेतालपंंचविंशतिः समाप्तम्)
मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत) ।।
व्याघ्रसेनस्य कथा; सुन्दसेन एवं मन्दरावत्याः कथा
मृगांकदत्तस्य कथा (क्रमागत)
मृगांकदेव एवं शशांकवत्याः कथा