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स्वात्मप्रकाशिका ।
मूदबुद्धिपरिच्या दुग्णानामालय मा ।।
यान्य कोपनीदान न में राजयुधे ।। ६७ ॥
एव तत्त्रपिचागची निमताना गटा नृणाम ||
परमारतविनानगरोक्ष न गयः ॥८॥
इनिजामानिमा ममाता ॥
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मूदबुद्धिपरिच्या दुग्णानामालय मा ।।
यान्य कोपनीदान न में राजयुधे ।। ६७ ॥
एव तत्त्रपिचागची निमताना गटा नृणाम ||
परमारतविनानगरोक्ष न गयः ॥८॥
इनिजामानिमा ममाता ॥
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