पृष्ठम्:छन्दःशास्त्रम् (पिङ्गलः).djvu/१०४

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नाम रविपुला स्पामाला पामाली ललितम् ललितपदम् लालसा लासिनी लीलाकर क्रगतिः वरतनुः वरसुन्दरी वरूथिनी १४ ११३ | वल्लरी १४६ १३४ | वसुमती १०४ ७८ | वंशस्थविलम् ११९ | वाणी १४७ ११४ | वासन्ती ११० | विगीतिः १७८ १५१ | वितानम् १४८ | विदग्धक १४२ | विद्याधरः १०८ | विद्युत् १३७, १८२ | विद्युन्माला ८७ | विद्युलेखा १३६ | विध्वङ्कमाला १३६ | विपरीताख्यानको विपरीतापथ्यावक्त्रम् १६१ ; विपेिनतिलकम् १७७ | विपुलार्या १५१ । विबुधप्रिया ११३ | विमोहा १८० | विलासः १५६ । विलासिनी १८३ | विश्लोकः १०६ १५० १०६ १५८ १३७ १३७ ११९ १३२ १४९ १४३, १४४ १०६ १०५ १४ १०५, १ ११६ ७५ १८७, १६१ १०५ ११३ १ १४ १६१