पृष्ठम्:चतुर्वेदी संस्कृत-हिन्दी शब्दकोष.djvu/३८२

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

सान्त - •. चतुर्वेदीकोष | ३८६ प्रकार का विशेष समान सान्तपन, न. ) एक व्रत । शान्ति करना सान्तर, (न. ) विरता । व्यापान अन्तरसहित । सान्तानिक, (नि.) फैला हुआ | बढ़ा हुआ । भरतानानन्गी । ( पु. ) वह जो सन्तानी विवाह करना चाहता है । सान्त्वन, ( न. ) क्रोधी पुरुष को मीठी और डी बातें कह कर अपने अनुकूल कर लेगा। ठण्डा करना । कर्ण और मन को प्रराध करने वाला | सान्दी (9.) मानकी सन्तान | एक विद्धान् आह्मण अवन्तिका ( उन्न ) निवासी | श्रीकृष्ण-राम के विद्यायुरू जिनका गुल्दांजग्गण में श्रीकृष्ण जीने मरा हुआ पुन ला कर संजीवित दिया था । सान्द्र, (वि.) कि । गाड़ा | कोमल | चिकना | मनोहर (न. सान्विचिग्रहिक, ( पुं. ) नन । दीवान | किसी रियासत का मन्त्री जिसको परराष्ट्रीय कार्य करने पड़ने हो । सान्ध्य, (त्रि.) सन्ध्याकाल सम्बन्धी | सान्ध्यसम्मिलज, ( न . ) सायंकान के समय मित्रों गोष्ठी ( Evening Party )। सानिध्य, ( न. ) पास | समीन | सान्निपातिक, (नि.) सनिपात से उत्पन्न रोग | सान्चय, (त्रि. ) पुश्तैनी । बाप दादों का | सापत्न्य, (पुं) सौत का बेटा | शत्रु | सापिण्ड्य, (न. ) कुटुमी | जिनका पिण्ड तक का सम्बन्ध है । साप्तपदीन, ( न. ) जो सात पर्दो के उच्चा- रण से, सात पाँव चलने से ( सप्तपदी, विवाह ) के करने से हुआ दृढ़ सम्बन्ध | मैत्री | सौहार्द प्रेम | सामि आमपी, (नि.) सातका । साफल्य, ( न. ) सफलता | सिद्धि | लाभ | उत्तीगीना । साम्. (क्रि. ) शान्त करना । ठण्डा करना | सामक, ( न. ) ऋण का मूल धन ( ब्याज को छोड़ कर ) सामग, (पुं. ) सामवेद के गाने वाले । सामग्री, (श्री. न. ) सामान | चीज | वस्तु । सामञ्जस्य, ( न. ) श्रौचित्य | ठीकठाक | सामन, (न. ) गजाओं का एक उपाय विशेष जिसमे वे अपने शत्रु को अपने वश में करते हैं । ( श्री. ) पशु बाँधने की रस्मी | सानल. ( पं. ) करद राजा पट्टोसी राजा । (नि.) पड़ोगी। पास का | सामग्रिक, (त्रि. ) प्रमानुसार | समयोचित | सामयोनि, (पु. ) मह्मा | चतुर्मुख | सामर्थ्य, ( न. ) बल । पराक्रम | शक्ति | योग्यता | धन | सामाजिक, (पु.) सभासम्बन्धी (पं.) सभ्य | मैम्बर । सभा से सम्बन्ध रखने वाला मनुष्य | 13 सामान्य, (त्रि. ) साधारण मामूली । सामान्यलक्षण, (न. ) एक से धर्म को बतलाने वाला नि । ( श्री. ) इसी प्रकार की एक चिदर्शक वाक्यावली | सामान्यवनिता, (त्री . ) साधारण स्त्री | मामूली औरत | सामान्या, ( सी. ) रडी | वेश्या | मामूली | ( [अव्य. ) साधारणतः | मामूली सामान्यतः, तौर पर सामासिक, ( त्रि. ) संक्षिप्त | बोधगम्य | अनेक शब्दों का एक शब्द | सामि, (अव्य. ) श्राधा । अङ्गरेजी का Seni ( सेमी ) इसी का अपभ्रंश है। सामिधनी, ( स्त्री. ) वैदिक ऋचा जो प्रशानि को प्रचलित करते समय की जाती है।