पुटमेतत् सुपुष्टितम्
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विषयः. | पुटसंख्या. | |
श्लोकस्य प्रातिलोम्येनावृत्तिः | ... ... | 225 |
पुनरुक्तवदाभासः | ... ... ... | 227 |
अपशब्दवदाभासः | ... ... ... | 230 |
अव्ययाभासः | ... ... ... | 232 |
तिङन्तवदाभासः | ... ... ... | 233 |
गूढपादचित्रम् | ... ... ... | 234 |
क्रियावञ्चनचित्रम् | ... ... ... | 236 |
आमन्त्रणवञ्चनचित्रम् | ... ... ... | 238 |
सप्तविभक्तिवञ्चनचित्रम् | ... ... ... | 239 |
स्वरस्थानव्यञ्जनादिनियमचित्रम् | ... ... ... | 244 |
वर्णनियमः | ... ... ... | 254 |
तत्र अपञ्चवर्गीणचित्रम् | ... ... ... | ,, |
अनन्तस्थोष्मवर्णचित्रम् | ... ... ... | ,, |
एकवर्गीयवर्णनियमः | ... ... ... | 255 |
द्विव्यञ्जनचित्रम् | ... ... ... | 257 |
एकव्यञ्जनचित्रम् | ... ... ... | 261 |
सप्तस्वरनियमचित्रम् | ... ... ... | 263 |
अपुनरुक्तव्यञ्जनचित्रम् | ... ... ... | 265 |
समसंकृतप्राकृतचित्रम् | ... ... ... | 266 |
षोडशदलपद्मबन्धः | ... ... ... | 269 |
द्विचतुष्कबन्धः | ... ... ... | 270 |
गोमूत्रिकाबन्धः | ... ... ... | 271 |
हारबन्धः | ... ... ... | 275 |
गवाक्षबन्धः | ... ... ... | 276 |
ग्रन्थोपसंहारः | ... ... ... | 278 |
लक्षणश्लोकसंग्रहः | ... ... ... | 291 |